बुधवार, 30 दिसंबर 2009

मीन/Pisces (22 फरवरी - 21 मार्च)


पृथ्वी पर भूमध्य रेखा से 12



डिग्री दक्षिण की ओर से 0 डिग्री तक मीन राशि की स्थिति मानी गई है। इसमें पूर्वा भाद्रपद, उत्तर भाद्रपद और रेवती नक्षत्र पड़ते हैं। यह राशि चक्र की 12 वीं राशि है जिसका अधिपति ग्रह बृहस्पति है। इस राशि को अंग्रेजी में पाइसेज कहते हैं। भारतीय पुराणों के अनुसार मीन को भगवान कश्यप अवतार से सम्बन्धित मानते हैं। इसी कारण इस राशि का प्रभाव समुद्र, जलाशय और पवित्र स्थानों में बहने वाली नदी पर माना जाता है। मीन कालीन सूर्य चैत्र महीने में, यानी 14 मार्च से 13 अप्रैल तक जब ऋतुराज बसंत अपने चरम यौवन पर होता है। मीन राशि का आकाश में स्थिति अकार जलक्रीड़ा में व्यस्त एक मछली के जोड़े जैसा होता है, जिसे कृपा और करूणा का प्रतीक माना गया है। मीन राशि ब्राह्मण जाति का प्रतिनिधित्व करती है। इसका प्राकृतिक दिन बृहस्पति यानी गुरुवार और भाग्यांक 3 है। गौर वर्ण और मध्यम कद की यह राशि शास्त्र चर्चा में अभिरूचि रखती है। इस राशि का कम शिक्षित व्यक्ति भी किसी न किसी तरह के विशिष्ट ज्ञान या शिल्पकला से युक्त होता है।








मीन राशि जल राशि एवं स्त्रीवर्गीय स्वभाव वाली होती है। इसके अलावा यह राशि पुण्यकार्य, तीर्थ स्थान, मातृभूति, संस्कृतिक, अकाउंट्स, टीचिंग, लेखन और पब्लिक सर्विस का भी प्रतिनिधित्व करती है। बौद्धिक व्यवसायों से मीन राशि को लोगों का खूब मन लगता है। इनका जीवन स्वावलम्बी होता है।






इस राशि के उदयकाल में पैदा हुए व्यक्ति दूसरों पर श्रद्धा करने वाले, मेहमानप्रिय, सामाजिक रूढ़ियों का पालन करने वाले, बातचीत में प्रवीण और आर्थिक कामों में शिथिलता दिखानेवाले होते हैं। कुछ लोगों का कद छोटा होता है। कुछ के केश सुन्दर और आकर्षक होते हैं।







मीन जैसे गोल नेत्र इस राशि की महिलाओं की विशेषता होती है। दांत छोटे और शरीर उभरा हुआ होता है। यह जातक चिन्ताओं से हमेशा दूर रहता है और मनोरंजक कामों का सदैव नेतृत्व करने की अभिलाषा वाला भी होता है। लेकिन कुछ जातक दैनिक क्रियाओं में पिछडे हुए होते हैं। उच्च शिक्षा से इनको लाभ नहीं हो पाता है, लेकिन विशेष रूप से अध्ययन में रुचि रखने वाले व्यक्ति दूर दूर तक ख्याति अर्जित करते हैं। पारिवारिक जीवन उत्तम होता है। बड़े परिवार में रहने वाले ये लोग बेटी को संतान के रूप में प्राप्त करते हैं।







जीवन के विविध रचनात्मक कामों में लगे मीन राशि वालों के लिए भाग्योदय कारक वर्ष 12, 21, 30, 39, 48 और 57 हैं। इन सालों में प्रमोशन, भार मुक्ति या कोई महत्वपूर्ण सुखद घटना हो सकती है। आज के समय में ज्ञान-विज्ञान और टीचिंग, ट्रेनिंग या फिर लेखन-पत्रकारिता से जुड़े हुए लोग देश-विदेश में फैले हुए हैं। आर्थिक पक्ष से सुदृढ़, जमीन-जायदाद और सम्पदा से युक्त इन लोगों का गृहस्थ जीवन भी सामान्य होता है। पुखराज इनको भाग्यशाली बनाता है।







कैसा रहेगा यह वर्ष 2010








आपकी राशि का स्वामी बृहस्पति वर्ष की शुरुआत में द्वादश और अप्रैल महीने से आपकी स्वराशि में विचरण करेगा। साल की शुरुआत में सूर्य दशम भाव से विचरण करेगा। इसलिए साल का पहला और दूसरा महीना आपके लिए करियर में तरक्की या बदलाव के संकेत दे रहा है। सूर्य के अच्छे गोचर के प्रभाव से आपकी यश और कीर्ति चारों ओर फैल जाएगी। आपकी सेवाओं का मूल्यांकन कद्र करने वालों के बीच बहुत ही उच्च स्तर पर किया जाएगा।






बृहस्पति का समूचा गोचर सितम्बर तक जहां बढ़त की ओर रहेगा, वहीं सितम्बर के बाद पारिवारिक स्तर पर उपलब्धियां विशेष होंगी। घर के सदस्यों का भाग्योदय होगा या किसी शुभ मांगलिक कार्य की योजना साल के अन्त तक आपके जिम्मे लगेगी। पूरे साल बृहस्पति का गोचर युवाओं और स्टूडेंट्स के लिए भी अपनी श्रेष्ठता को साबित करने में मदद देगा। जीवन साथी की तलाश भी पूरी हो जाएगी। प्रौढ़ लोग भी इस साल अपने स्वास्थ्य में सुधार पाएंगे और उनकी सलाह और सेवाओं या धार्मिक या अध्यात्मिक प्रवृति का अधिग्रहण कर लिया है। उनके लिए साल का मध्य भाग विशेष रूप से उल्लेखनीय और सम्मानदायक सिद्ध होगा। वैसे भी बौद्धिक ज्ञान और विज्ञान का सामंजस्य करके अपने कार्य क्षेत्र को चुस्त दुरूस्त रखना यह राशि बहुत अच्छी तरह जानती है।






सुरक्षा और विश्वास का भाव जागृत करने में मीन राशि को अक्टूबर से दिसम्बर 2010 का वक्त बहुत ही फलेगा। जिस तरह के भी कार्यक्षेत्र से जुड़े होंगे, वहीं उनकी तरक्की होगी।






शनि का गोचर समूचे साल सप्तम भाव में रहेगा। वहां उसकी दृष्टि आपके भाग्य और सुखभाव पर रहेगी। आपके लाभ स्थान पर शनि की दृष्टि रहेगी। हो सकता है कुछ प्रॉपर्टी की खरीद के लिए कर्ज लेना पड़े। सन्तान पक्ष से भी उनको भारी खर्च करने की जिम्मेदारी आ सकती है। लेकिन अपने लक्ष्य से विचलित हुए बिना ही सभी प्रकार के लोभ लालच से बचने की चेतावनी भी शनि का गोचर दे रहा है। यही सलाह दी जाती है कि नैतिकता के दर्जे को गिराएंगे तो कुछ अलग तरह की चर्चाओं का पात्र भी बनना पड़ सकता है क्योंकि यह पाप ग्रह राहु की साजिश होगी। राहु के दुष्प्रभाव के कारण शारीरिक कष्ट और व्यर्थ के झगड़े भी बढ़ सकते हैं।







महिलाओं के लिए वर्ष का पहला हिस्सा अनुकूल रहेगा। राहु-केतु के गोचर और शनि के गोचर की यह प्रतिक्रिया भी हो सकती है कि आप अपने करियर को लेकर असन्तोष प्रकट करें। लेकिन समय का विचार करते हुए जहां तक हो सके धैर्य और सन्तुलन का परिचय दें। हो सकता है साल के अन्त में आपको इस धैर्य का पुरस्कार मिल जाए।







महीनेवार भविष्य फल







जनवरीः इस महीने का पहला हिस्सा व्यक्तिगत जीवन या कार्यक्षेत्र के विवादों को सुलझाने में बीतेगा। सहयोगी और मित्रों के काम और निष्ठा के प्रति शिकायत रहेगी। लापरवाही और अति विश्वास के कारण भी किसी प्रकार की हानि से आर्थिक कष्ट अनुभव करेंगे। सरकारी सर्विस से जुड़े हुए लोग उच्चाधिकारियों से विवाद बढ़ जाने के कारण चिंतित रहेंगे। महीने के दूसरे हिस्से में कार्यक्षेत्र और पराक्रम वृद्धि धीरे-धीरे सहायक होने लगेगी। विशेष प्रकार के कार्यभारों को निपटाने में सक्रियता रहेगी। घर-परिवार के बीच चिंता और अशांति का वातावरण छंट जाएगा।







फरवरीः इस महीने का पहला हिस्सा अन्न, वस्त्र और उपहार आदि के संग्रह के लिए अनुकूल रहेगा। किसी शारीरिक कष्ट से छुटकारा मिलेगा। प्रभावशाली मित्रों और राज्याधिकारियों की विशेष कृपा होगी। सहयोगी और जूनियर्स के सहयोग से बड़ी योजनाओं का प्रसार होगा। आपकी लीडरशिप और मैनेजमेंट के अच्छे नतीजे सामने आएंगे। दूसरे हिस्से में व्यापार, साझेदारी या घरेलू जीवन में मन-मुटाव उभरकर आएंगे। किसी नए विवाद की उत्पत्ति होगी। कुछ लोगों की नजर में आप खटकने लगेंगे। लगातार समस्याओं के कारण आत्मबल और व्यक्तित्व कमजोर पड़ने लगेगा। किसी चोर उचक्के का भी भय रहेगा। यात्रा आदि में संकट के बावजूद कुछ मनोंरजन और स्थान परिवर्तन अनुकूल सिद्ध होगा।







मार्चः इस महीने के पहले हिस्से में घर परिवार के खर्च बढ़ते दिखाई देंगे। अनेक प्रकार की छोटी मोटी समस्याओं में खर्च बढ़ेगा। मशीन या उपकरण आदि से चोट का भय रहेगा। कामकाज में भी कुछ गिरावट आ सकती है। अलाभकारी कामों में समय नष्ट होगा। व्यवस्था को सुचारू बनाने में विशेष परिश्रम करना होगा। महीने के दूसरे हिस्से में कुछ अनुचित हो जाने की आशंका रहेगी। काम के मामले में विरोधियों का सामना करना पड़ेगा। ज्यादा दौड़-भाग के कारण शरीर में पीड़ा होगी। साथ ही अपच और पेट की तकलीफ भी हो सकती है।



अप्रैलः इस महीने के पहले हिस्से में आर्थिक मामलों से जुड़े कानूनी फैसले आपके हक में होंगे। संतान और दोस्तों की सहायता से किसी शुभ कार्य का सम्पादन हो पाएगा। मानसिक और बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी। अर्थव्यवस्था के स्तम्भ मजबूत होंगे। जीवन में कुछेक मामलों को छोडकर संतोषजनक स्थिति रहेगी। महीने के दूसरे हिस्से में धार्मिक कामों के समय और धन खर्च होगा। किसी बुजुर्ग या महात्मा के साथ का लाभ होगा।







मईः इस महीने का पहला हिस्सा नौकरी और व्यापार की प्रक्रिया में असन्तुलन पैदा करेगा। छोटी-मोटी व्यवस्थाएं जल्द बिगड़ने लगेंगी। कुछ लोगों से भरोसा टूटेगा। आस्था और विश्वास के मामले में कोई भारी आघात भी सहन करना पड़ेगा। महीने के दूसरे हिस्से में दोस्तों-रिश्तोदारों में मेल-मुलाकात बढ़ेगा। सभा-समारोह में आपकी तारीफ होगी। व्यापारिक कामों में मन लगा रहेगा।







जूनः इस महीने के पहले हिस्से में आपके विचार और कार्यक्रम अचानक बदल सकते हैं। बिना कारण झूठा आरोप या अपमान लांछन का भय रहेगा। किसी अवांछित व्यक्ति का आचरण पसन्द नहीं आएगा। शुभचिंतकों और दोस्तों का विरोध सहन करना पड़ेगा। अत्यधिक उदारता और संकीर्णता के बीच द्वन्द्व पैदा हो सकता है। महीने के पिछले हिस्से में अप्रिय स्थितियां टलती हुई नजर आएंगी। दूसरों के दुख में भागीदारी होगी। किसी संकटग्रस्त सगे संबंधी की सहायता करने का मौका मिलेगा।







जुलाईः इस महीने का पहला हिस्सा सभी प्रकार के सुधारों के बावजूद खान-पान की व्यवस्था में बाधा पैदा कर सकता है। महत्वपूर्ण वस्तु लापता हो जाएगी। यात्रा और आवागमन में असुविधा रहेगी। छोटे-मोटे कामों के लिए भी पर्याप्त धन खर्च करने की नौबत आएगी। महीने का उत्तरार्ध धन-लाभ में रुकावट पैदा करेगा। आजीविका और नौकरी में ट्रांसफर या प्रॉडक्शन घटने से नुकसान होगा। मंदी आने से घाटा सहन करना पड़ेगा। कोई जूनियर भी कुछ नुकसान करके गायब हो जाएगा।







अगस्तः इस महीने का पहला हिस्सा भी भौतिक जीवन की समस्याओं से घिरा रहेगा। व्यापारियों को सट्टेबाजी से हानि हो सकती है। अधिक कमाने की इच्छा से धन जोखिम में पड़ सकता है। इस महीने के दूसरे हिस्से में कामकाज के वातावरण में परिवर्तन की अपेक्षा रहेगी। घर और बाहर के बदले हुए परिवेश में कुछ राहत मिलेगी तो कुछ असुविधाएं भी झेलनी होंगी। शरीर पर बदले मौसम का प्रभाव पड़ेगा।







सितम्बरः इस महीने के पहले हिस्से में जीवन में सुधारपूर्ण बदलाव हो जाने की आशा रहेगी। जटिल कामों से छुटकारा मिलेगा। राशि से सप्तम भाव पर चल रहा सूर्य अगले 10-15 दिनों तक दौड़ भाग और यात्रा आदि के झंझट बनाए रखेगा, लेकिन बाद में इन यात्राओं का अच्छा नतीजा निकलेगा। महीने के दूसरे हिस्से में सुख समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे। घर में धन, अधिकार और प्रशासन से जुड़े सदस्यों के भाग्योदय होंगे। चल-अचल प्रॉपर्टी बढ़ेगी।







अक्टूबरः इस महीने के पहले हिस्से में सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों के बीच आवागमन होगा। यदि आप सरकारी नौकरी में हैं तो आपको सामूहिक लाभ या सैलरी में बढ़ोतरी होगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी यह महीना बेहतर रहेगा। महीने का दूसरा हिस्सा शुरुआती दौर में कुछ परिवर्तन लाएगा। कामकाज में फेर बदल की आशंका रहेगी। नए काम करने के लिए पाराक्रम और उत्साह की कमी के साथ-साथ आर्थिक कमजोरी का भी अहसास होगा।







नवम्बरः इस महीने का पहला हिस्सा अनेक प्रकार के आर्थिक शुभ फलों से युक्त है। राजकीय पक्ष से सहायता और आश्वासन मिलेंगे। सज्जनों और उच्चाधिकारियों से भी मेल मुलाकात बढ़ेगा। संतान और दोस्तों के जरिए धन लाभ और सम्मान की आशा रहेगी। आपके बढ़ते वैभव और पराक्रम को देखकर लोग ईर्ष्या करेंगे। महीने के पिछले हिस्से में व्यवहार में परिवर्तन आएगा। शारीरिक और मानसिक कष्ट बढ़ जाएंगे। घरेलू जीवन के विवाद की समस्याएं और यात्रा में परेशानी अनुभव करेंगे। किसी जरूरी चीज का अभाव खलने लगेगा।







दिसम्बरः इस महीने के पहले हिस्से में भी सोच-विचार के अनुसार काम नहीं हो पाएंगे। धन की कमी के कारण उच्च स्तर की योजनाओं के कार्यान्वयन में देर होगी। उद्योग व्यापार से जुड़े लोग किसी नई समस्या के खड़े हो जाने से घबराहट महसूस करेंगे। जनता और राजनीति के बीच में कई सनसनीखेज मामले पैदा होंगे। महीने के आखिर में भ्रम और आशंकाएं सही साबित होंगी। खर्च के कई रास्ते नजर आएंगे। किसी मामले में आपको आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है। इस दौरान अनेक लोगों को अपनी या परिवारजनों के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
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कुंभ/Aquarius (22 जनवरी - 21 फरवरी) 2010


भूमध्य रेखा से दक्षिण




में 20 डिग्री से 12 डिग्री तक इसका स्थान माना गया है। यह राशि घनिष्ठा शतभिषा और पूर्व भाद्रपद नक्षत्रों को मिलाकर बनी है। अंग्रेजी में इसे एक्वेरियस कहते हैं। कुंभ राशि को अक्सर सभी देशों में जलवाहक का रूप प्राप्त है। कुंभ का सूर्य बसन्तागमन से पूर्व अपने मधुरस से अल्पकालीन वर्षा के लक्षणों को प्रकट करता है। कुंभ राशि इसी कारण स्वामिभक्ति, धर्मप्रियता, विचारशीलता और राजभक्ति की भी परिचायक मानी जाती है।








आज की दुनिया में कुंभ राशि का स्थान पश्चिम दिशा में जलाशयों, क्रीड़ा स्थलों, स्विमिंग पूल, समुद्र तट, दर्शनीय स्थलों, झील, बांध, मदिरालयों, दवाखानों, खनिज द्रवों आदि के उत्पादन स्थान माने जाते हैं। यह राशि कृष्णवर्ग की सौम्य और वृद्धावस्था को प्राप्त तमोगुणी राशि है। इसका स्वामी ग्रह शनि है। इसकी समान्यतया स्वल्प संतान होती है। सूदूर देशों में भ्रमण करने वाली यह राशि वैष्य जाति की शीर्षोदय और विषयी स्वभाव वाली मानी जाती है। कुछ मतों के अनुसार इसे लम्पट, द्यूत क्रीड़ा, विषारद वेष्यागामी और मद्यपी राशि का प्रतीक कहा गया है। इस राशि का स्वामी शनि और भाग्यांक 8 है। इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, राष्ट्रीय विकास उद्योग, सामाजिक कार्यक्रमों और वायुयान यात्रा का भी इस राशि से विचार किया जाता है।







सभी प्रकार के आधुनिक उपकरण और चमत्कारिक आविष्कार कुंभ राशि के आधिपत्य में आते हैं। अर्थात यह राशि आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति का आधारभूत स्तम्भ है। इस राशि में पैदा हुए व्यक्ति मध्यम कद के, आकर्षक व्यक्तित्व वाले, लम्बे दांत, मांसल होंठ और तीव्र बुद्धि के आरम्भ से ही हो जाते हैं। कई जातक विस्तृत मित्र समुदाय वाले, दूरदर्शी, प्रगतिशील, क्रान्तिकारी विचारों के, उदारमना, रोचक वक्ता और साहित्य व रहस्य-विज्ञान में दिलचस्पी रखनेवाले भी होते हैं। कुछ लोगों का रंग सांवला होता है, लेकिन अधिकतर लोग गोरे या गेहूंएं रंग के होते हैं। विचारों से दार्शनिक, दयालु, परोपकारी, कार्यशील, और मिलनसार होते हैं। लेकिन शनि अशुभ राशिगत हो या शत्रु पीड़ित हो तो ये लोग दम्भी, हठी, मनमानी करने वाले, साधरण स्तर की शिक्षा-दीक्षा वाले होते हैं।







कुम्भ जातक ज्यादातर स्वतन्त्र व्यवसाय वाले, लेखक, वैज्ञानिक, प्राध्यापक, रिसर्चर, इंजीनियर, समाज सुधारक और उच्च कोटि के व्यवसाय करने वाले बनते हैं। इनकी उन्नति अप्रत्याशित होती है और यात्राओं के ये विशेष शौकीन होते हैं। दूर दूर की यात्राओं में रहने के अवसर भी प्राप्त करते हैं। इनकी संतान कम होती हैं। विपरीत योनि का देर सबेर सुख मिलता है। अक्सर पहली पत्नी से विचार विषमता हो जाती है और जातक दो विवाह भी कर सकते हैं। शनि की प्रभावशीलता इस राशि को बहुत अधिक रचनात्मक और लेट लतीफ भी बना देती है जिसके कारण आज की तेज दौड़ में ये लोग कभी-कभी पीछे रह जाते हैं। इन्हें समुद्र, नदी और जल सिंचिंत प्रदेश और बड़े बड़े राजमार्गों, होटेल, जहाज या अस्पताल आदि का कारोबार करना अच्छा लगता है। लेकिन नौकरी में अधिक सफलता नहीं मिलने के कारण व्यापार में भी कुंभ राशि के लोग भाग्य अजमाने से पीछे नहीं रहते हैं। व्यापारिक जीवन अस्थिर और उतार चढ़ाव से भरा होता है लेकिन ये तब भी धैर्य और लग्न को नहीं त्यागते।







कैसा रहेगा वर्ष 2010






इस राशि का स्वामी शनि ग्रह है जो कि इस साल के पूरे अर्से में अष्टम भाव से विचरण करता रहेगा। वर्ष के आरंभ में सूर्य एकादष यानि ग्यारहवें भाव में रहेगा, इसलिए पिछले अर्से से चली आ रही कारोबार की मन्दी अब कुछ कम होती नजर आएगी। महीने के अन्त तक लाभकारी सौदे हाथ में रहेंगे। अनेक प्रकार से सुखदायक और मान-सम्मान से युक्त गोचर के कारण अनेक महानुभाव मौज मस्ती या भ्रमण पर्यटन के कार्यक्रम भी बनाएंगे। घर-परिवार की सन्तोषजनक स्थिति के चलते कुछ नया और रचनातमक कार्य करने का मन भी बनेगा।






सूर्य का गोचर आगे मार्च-अप्रैल और जून-जुलाई में भी इसी प्रकार से लाभान्वित करता रहेगा। अच्छे समय का लाभ उठाने में अक्टूबर और नवम्बर का महीना भी लोगों के लिए अच्छी सौगात लेकर आएगा। शनि का गोचर इस सारे साल में आपकी राशि के अनुकूल रहेगा। प्रौढ़ और वृद्धों के लिए यह जमा पूंजी के निवेश में अच्छा लाभ दे सकता है। मुकदमे का अन्त होगा। कुछ मामूली स्तर का शारीरिक कष्ट समय-समय पर चिन्ता का विषय हो सकता है। शनि के शुभ प्रभाव में तमाम युवा और कार्यरत जातकों के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आ रहा है। जो लोग विशेषज्ञता हासिल किए हुए हैं या प्रोफेशनल कार्यक्षेत्र से जुडे हैं उनके लिए भी देश-विदेश की सेवाओं के द्वार खुले रहेंगे। जो लोग छोटी-मोटी सेवाओं या फिर चलते-फिरते व्यापार से जुड़े हैं उनके लिए भी कुछ नई शुरुआत करने का मौका सन् 2010 में रहेगा।






अपने जीवन के उत्साह और उमंग भरे क्षणों का आप पूरी तरह उपभोग करेंगे क्योंकि बृहस्पति और शुक्र आदि ग्रह भी आपके लिए पहले हिस्से में अनुकूल रहेंगे। विपरीत योनि से हर जगह सहयोग और समर्पण का भाव रहेगा। जीवन साथी और योग्य सन्तान का भी लाभ होगा। अगर किसी प्रकार की पुरानी रंजिश है भी तो इस साल उससे सुलह हो जाएगी। लग्न और द्वितीय भाव का बृहस्पति सितम्बर के बाद भाग्य स्थान में संचार करेगा, जिससे साल के आखिर तक दूर देश की यात्रा आदि का मौका भी मिलेगा।











महीनेवार भविष्यफल







जनवरीः इस महीने का सम्पूर्ण भाग शक्तिशाली गोचर से युक्त है। देश विदेश की यात्रा या सम्पर्कों के माध्यम से आजीविका और व्यापार में उन्नति अर्जित करेंगे। समतुल्य लोगों में साख बढ़ेगी। किसी नये काम की प्रेरणा से धन और समय का निवेश भी सुनिश्चित होगा। परन्तु सूर्य प्रधान व्यक्ति आलस्य एवं दरिद्रता के शिकार होंगे। घर परिवार के बीच अनावश्यक झगड़े क्लेश आदि से खिन्नता होगी। इसी कारण धन की आवक भी समय पर नहीं हो पाएगी।







फरवरीः इस महीने का पहला हिस्सा मन, कर्म और वचन से कार्यरत रहने पर महत्वाकांक्षाओं की भूमिका बनाने में सक्षम होगा। कुछ जातकों को हल्का-फुल्का नुकसान या परहेज न करने के कारण स्वास्थ्य विकार हो सकता है, लेकिन अल्पकालीन कष्टों के साथ-साथ दीर्घकालीन सुख सुविधाएं इस महीने में सभी को मिलेंगी। बौद्धिक प्रयासों में सफलता और श्रेय मिलेगा। बुरे से बुरा व्यक्ति भी सतर्कता के कारण आपकी हानि नहीं कर पाएगा। शासन सत्ता से जुड़े लोग चुगलखारों से अलग होकर रहने की चेष्टा करें।







मार्चः इस महीने का पहला हिस्सा सोच-विचारों और सभा समारोहों की आवाजाही में गुजरेगा। कुछ जातकों को स्वदेश या परदेस की यात्रा भी अपने कार्यक्रमों में शामिल करनी पड़ेगी। बौद्धिक स्तर के कुंभ राशि के जातकों को यह महीना विशेष प्रेरणादायक और उत्साहजनक रहेगा। नये-नये विषयों पर आपके विचार आमंत्रित होंगे। मनोरंजन और व्यावसायिक कार्यक्रमों में लाभदायक उपलब्धियां होंगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य धन स्थान में प्रवेश करेगा। उच्चाधिकारियों का सहयोग मिलेगा। मनपसन्द स्थान पर नियुक्ति होगी और अधिकार भी होंगे।







अप्रैलः इस महीने का पहला हिस्सा काफी अनुकूल होगा। व्यापारिक जीवन में आश्चर्यजनक उपलब्धियां मिलेंगी। सत्य और न्याय के प्रति आपकी प्रतिबद्धता बनी रहेगी। गलत आचरण और भ्रष्टाचार से लड़ने की शक्ति बढ़ेगी। विवादास्पद मामलों में आप खरे उतरेंगे। किसी महत्वपूर्ण विवाद में घिरे रहने के बावजूद लोग आपकी निष्ठा पर संदेह नहीं व्यक्त कर पाएंगे। यदि आप पुलिस, सेना या सुरक्षा संबंधी कामों या निजी संस्थानों के प्रशासन से जुड़े हैं तो प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में आपका मूल्यांकन बढ़ चढ़ कर होगा।







मईः इस महीने का पहला हिस्सा विभिन्न क्षेत्रों में आपकी सफलताओं को सम्पादित करेगा। यदि आप इंटरनैशनल मामलों में रूचि रखें तो किसी दूर देश का कामकाज या कारोबार भी आपके काम से जुड़ सकता है। इस महीने का पहला हिस्सा अत्यन्त लाभदायक और अवसरों की तलाश में रहने वालों के लिए सफलतासूचक है। अतः तन-मन से जुट जाने पर आप जटिल से जटिल समस्या को भी सुलझा सकने में कामयाब होंगे।







जूनः इस महीने के पहले दो हफ्तों के दौरान सूर्य शारीरिक एवं मानसिक पीड़ा दे सकता है। आपके कामकाज और कार्यशैली को एक झटका जैसा लग सकता है। जिनके प्रति आप सदैव उदार रहे हों , वे ही लोग आपके प्रतिपक्ष में रहकर सिर दर्द का कारण बनेंगे। आखिर में भी काफी हद तक नेगेटिव परिणाम मिलेंगे। शारीरिक मानसिक तनाव दूर करने के लिए व्यसनबाजी या जोखिमपूर्ण कामों से बचना हितकर होगा।







जुलाईः इस महीने की शुरुआत काफी बदलाव लेकर आएगी। घर-दफ्तर या कार्यक्षेत्र का स्वरूप और साज-सामान बदलेगा। आजीविका में लगे लोगों का ट्रांसफर या प्रवास भी संभव है। महीने के पिछले हिस्से में में आर्थिक नियोजनों में दिलचस्पी रहेगी। प्रापर्टी के मामले धन निवेश के लिए ध्यान आकर्षित करेंगे। पहले किए गए जमा पूंजी के लाभ इस दौरान मिल सकते हैं। कुछ हद तक पारिवारिक असंतुलन और आर्थिक खर्च का दबाव चिंतित रखेगा।







अगस्तः इस महीने के पहले हिस्से तक नुकसान वाला समय बना रहेगा। पर्याप्त धन की आने के बावजूद बढ़ते खर्च से परेशान रहेंगे। भरसक कोशिशों के बाद भी हाथ में आता हुआ धन रुक जाएगा। मशीनरी, उपकरण या वाहन आदि में खराबी या मार्ग दुर्घटना का भय रहेगा। महीने के अन्त में एकाएक चिन्ताएं मिट जाएंगी। न चाहते हुए भी अवांछित लोगों से मदद लेनी पड़ सकती है। किसी नीच व्यक्ति से तकरार और बहस के कारण मन की शांति कुछ दिनों के लिए भंग होगी।







सितम्बरः इस महीने का पूर्वार्ध पराक्रम में विशेष रुचि पैदा करेगा। आए दिन यात्राओं से थकान महसूस होगी, लेकिन दौड-भाग के नतीजे कुछ देकर ही जाएंगे। हाथ-पांव की पीड़ा से मन दुखी रह सकता है। जूनियर्स से मन-मुटाव हो सकता है । परन्तु सजग और सतर्क रहने से काफी हद तक अप्रिय स्थितियां टल सकती हैं। महीने के अन्त में सूर्य अधिकार और आनन्दवर्धक रहेगा। योजनाओं में सफलता मिलेगी।







अक्टूबरः इस महीने का पहला हिस्सा सुख-आराम और शांतिदायक वातावरण में गुजरेगा। वस्त्र आभूषण और बहुमूल्य साजो-सामान की वृद्धि होगी। स्वास्थ्य और धन के मामले में आप निश्चिंत रहेंगे। कुंभ राशि के अनेक कर्मठ और उद्यमी महानुभाव अपनी वर्ष भर की उपलब्धियों का आकलन करके संतुष्ट रहेंगे। महीने के उत्तरार्ध में कानून और मुकदमे आदि में आपकी विजय होगी।







नवम्बरः इस महीने के आरंभ में राशिपति शनि वह तमाम सुख साधन प्रदान करता रहेगा जो आपकी पहुंच और अधिकार क्षेत्र में आते हैं। आजीविका और नौकरी में आपका वर्चस्व कायम होगा। व्यापार में भी नए कॉन्ट्रैक्ट्स और नए कामों के प्रति जिज्ञासा फलीभूत होगी। सभी विचारे हुए काम समय पर पूरे होंगे। महीने के दूसरे हिस्से में व्यापार अथवा साझेदारी में रुकावट पड़ेगी।







दिसम्बरः इस महीने के पहले व दूसरे सप्ताह में कुछ सुख शांति के बावजूद कभी कभार धन को लेकर अटपटी स्थितियां उत्पन्न होंगी। विरोधियों और शत्रुओं के पदचाप से घबराहट होगी। मशीनरी और यंत्रों के कारण रखरखाव में खर्च होगा। यात्रा आदि के दौरान धन और समय नष्ट होने की भी आशंका रहेगी। इस महीने का दूसरा हिस्सा सुधार लाएगा। परिस्थितियां बदलने में देर नहीं लगेगी। हाथ में लिये गये काम तेजी से पूरे हो जाएंगे।
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मकर/Capricorn (22 दिसंबर - 21 जनवरी


पृथ्वी पर भूमध्य रेखा



से दक्षिण की ओर 20 डिग्री तक इसका स्थान माना गया है। आधे उत्तरायण से आधे दक्षिणायन की रातों में यह राशि दूरबीन की सहायता से आकाश में स्पष्ट रूप से देखी जाती है। इसका आकार एक त्रिभुज की तरह है जिसे पुराणों में अज यानि जल मृग की संज्ञा दी गई है। अंग्रेजी में इसे कैप्रिकॉर्न कहते हैं। उत्तराषाढ़ा, श्रवण और घनिष्ठा नक्षत्र इस राशि में पड़ते हैं। सूर्य जब इस राशि में संक्रमण करता है और मध्य जनवरी से उत्तरायण का आरंभ हो जाता है तो रात की अपेक्षा दिन बड़े हो जाते हैं। सौर परिवार में इस राशि का प्रतिनिधित्व ग्रह शनै शनै चलने वाला यानि शनि ग्रह है जिसे मृत्यु का प्रतीक भी माना गया है।






शनि ग्रह को दम्भ अधिकार एवं निरंकुश सत्ता का प्रतिनिधित्व भी प्राप्त है। इसलिए मकर राशि वाले लोगों में अहंकार और अधिकार प्रियता की झलक थोड़ी देर में ही मिल जाती है। मकर सम देह वाली चर संज्ञक राशि है जो पश्चिमी भूभाग या नदी तट और गांव, शहर या समुद्र के निकट झोंपड़पट्टी में अपना निवास बनाती है। यह सौम्य लेकिन चंचल लक्षणों से युक्त चर स्वभाव की वृद्ध यानी गंभीर आचरण की शूद्र राशि है। यह राशि निम्न वर्गों और गरीबों का प्रतिनिधित्व करती है। इसे तकनीकी और श्रमसाध्य कामों के अलावा पेंटिंग, लेखन, गायन, क्लैरिकल काम, राजनीति और सेवा का क्षेत्र प्रिय है। इसका स्वामी वार शनि और भाग्यांक 8 है। सरकार से इन्हें विशेष लाभ होता है।






इस राशि के उदयकाल में पैदा होनेवाला व्यक्ति लम्बे कद का, गौर वर्ण वाला, सुन्दर आंखों वाला, वाकपटु, धैर्यवान, त्यागी, सतर्क और गृहस्थ जीवन में असन्तुष्ट रहने वाला होता है। अगर लग्न कमजोर हो या चन्द्र पर पाप ग्रह की दृष्टि हो तो जातक बकवासी, झूठ बोलने वाला, आलसी, बदनाम, अकर्मण्य और दोस्तों या सज्जनों में तिरस्कार का पात्र बनता है। ऐसे व्यक्तियों में स्वार्थ की भावना विशेष होती है और प्रकृति से रहस्मय वृत्ति से अपराधी किस्म के आचरण के होते हैं। ज्यादातर मकर जातक बुरी आदतों को बड़ी जल्दी ग्रहण कर लेते हैं और खाने पीने के प्रति इनमें विशेष लगाव होगा है। बाह्य रूप से ठीक-ठाक सजे-धजे नजर आने वाले मकर जातक आंतरिक शौक रखते हैं, लेकिन किसी भी काम में निपुणता प्राप्त करना इनके वश की बात नहीं।






ऐक्टिंग, साहित्य और विज्ञान में भी इनकी दिलचस्पी रहती है। इस श्रेणी में महिलाओं को ज्यादा पाया जाता है। चूंकि शनि ग्रह को इस राशि का आधिपत्य प्राप्त है जो आधुनिक सदी के भौतिकवाद का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए ये लोग अपना अधिकतर धन अपने ही भौतिक सुख भोग में खर्च करते हैं।







कैसा रहेगा वर्ष 2010






मकर राशि का स्वामी ग्रह है मन्द गति से चलने वाला सबसे सुन्दर दिखने वाला शनि, जो कि अपने चन्द्रमाओं का विशाल छल्ला बनाकर अपनी तीव्रता का भी परिचय देता है। 2010 के आरंभ में शनि ग्रह की पंचम दृष्टि मकर राशि पर रहेगी। 14 जनवरी को जब सूर्य भी मकर में प्रवेश करेगा तो मकर राशि के लिए एक दो महीने कुछ तनाव भरे रहेंगे। इन से जनित ग्रहयोग कुछ ऐसे होंगे जैसे गरीब और साधारण लोगों को आर्थिक कष्ट और परेशानियों या सम्पन्न और धनाढ्य लोगों को शारीरिक कष्ट। युवा और महिलाओं को पारिवारिक क्लेश और अन्य प्रकार के मानसिक तनाव का सामना करना पड़ेगा। वैसे शनि की अपनी राशि है मकर, लेकिन इस बात पर हैरत भी होती है कि शनि जब कष्ट देता है तो अपनी राशि को भी नहीं छोडता।







वर्ष 2010 के गोचर में पूरा साल शनि इस राशि से नवम में रहेगा, सिवाय फरवरी से मई अन्त तक, जब वह वक्री संचार करेगा। ऐसे समय में यह बुरे फलों के बजाय सुधार और कार्यसिद्धि के योग भी पैदा कर सकता है। जिन लोगों का करियर स्टार्ट होना है उनके लिए आजीविका का द्वार खुल सकता है। बिजनस में जो महानुभाव लगातार घाटा उठा रहे हैं, उनके वारे के न्यारे होने के अवसर आ सकते हैं। जिन महानुभावों को पिछले काफी समय से कर्ज और बीमारी ने परेशान किया हुआ है, उनका अच्छा दौर आ सकता है।






शनि बेशक पीड़ादायक ग्रह है और अपनी राशि को भी समान रूप से पीड़ित रखता है। अतः सितम्बर-अक्टूबर में जब सूर्य और शनि की युति होगी, उस दरम्यान नए झगड़े पैदा हो सकते हैं। किसी बनते हुए काम में विलम्ब हो सकता है। नवम्बर 16 के बाद अनेक लोगों को माता-पिता या सीनियर सदस्यों के कारण पीड़ा हो सकती है। काफी लोगों को सकते में डालने वाले फल भी वर्ष के दूसरे हिस्से में मिल सकते हैं। जब शनि का लम्बा दौर बीत जाता है तो फिर उसके अनुभव मकर राशि के लोगों के लिए एक मार्गदर्शक का काम करते हैं। इसलिए उनकी भौतिक प्रवृत्ति में अचानक आध्यात्म का रंग चढ़ने लगता है। ऐसी ही स्थिति इस साल के अन्त तक सभी लोगों के लिए आ सकती है, जब उनको दुख और संकट के बावजूद जीवन में उत्साह और उमंग का भरपूर संचार दिखाई देगा। दूसरों को भी प्रेरित करने में उनका हाथ रहेगा।








दूसरों के परमार्थ के लिए आवाज उठा सकने की ताकत भी सिर्फ इन्हीं लोगों में होती है। इसी कारण संसार के महान मसीहा लोग इसी राशि में जन्म लेते हैं। ऐसे ही कुछ विख्यात इस साल भी लाइमलाइट में आएंगे। आज के बदलते दौर में मकर राशि ज्ञान विज्ञान और अन्दाज से भी अवगत रहती है। देश-विदेश में नाम और प्रशंसा के पात्र भी ये लोग बन सकते हैं।







महिलाओं के लिए वर्ष 2010 काफी व्यवस्थित और संतुलित रहेगा। मेहनत के बल पर आजीविका कारोबार में भी वे सहभागी होंगी।






महीनेवार भविष्य फल







जनवरीः इस महीने किसी मूल्यवान वस्तु के खर्च हो जाने से निराशा होगी। नये आदेश और काम का बोझ कष्टप्रद सिद्ध होगा। सम्भव है आजीविका बदलने का विचार बने। आपका व्यवहार खीझ भरा रहेगा। जो भी हो रहा है स्वयं को उससे अलग अनुभव करें। अपना ध्यान अन्य विषयों की ओर मोड़ देना ठीक होगा। बिजनस पार्टनर के व्यवहार में अप्रत्याशित बदलाव हो सकता है। सूझबूझ से स्थिति का लाभ उठाएं।







फरवरीः इस महीने उद्योग व्यापार में दिलचस्पी लेंगे। किसी का प्रेरक विचार आपकी मध्यस्थता को साकार कर सकता है। सीनियर के सामने अपनी सूझबूझ, लेन-देन और दूरदर्शिता का परिचय आपको तारीफ दिलाएगा। निकम्मे साथियों से दूर रहकर अपने दायित्वों से जुड़े रहेंगे। किसी अच्छे कारोबार के प्रति जुड़ाव अनुभव करेंगे। मानसिक अस्थिरता त्याग कर विगत को भुला दें तो ठीक होगा। नये प्रसंग भविष्य को सुखद आयाम देंगे। अपने खर्च में सावधानी रखें।







मार्चः इस महीने बुजुर्गों का अनुग्रह तथा आशीष प्रसन्नता देगा। किसी दावत का आमंत्रण उलझन पैदा करेगा। घर के अलावा किसी जगह से धन प्राप्ति के अवसर खोजेंगे। मशीनों और उपकरणों के उपयोग में सावधानी बरतें। चोट लग सकती है। अपने काम में चौकसी रखें। निकम्मे साथी का बहकावा अधिकारी के आक्रोश को बढ़ावा दे सकता है। चर्चाओं में आपकी आलोचना भविष्य में लाभदायक होगी।







अप्रैलः इस महीने अपने आर्थिक व्यवहार में सावधानी बरतें। आपका दिया दोगुना होकर लौटेगा। किसी से भेंट उत्साहवर्धक सिद्ध होगी। पारिवारिक जरूरतों से जुड़े खर्च में सावधान रहें, कहीं धोखा खा सकते हैं। जमीन आदी का कॉन्ट्रैक्ट हो सकता है, लेकिन जल्दबाजी में फैसला न करें। आपकी सूझबूझ और दूरदर्शिता से विरोधी भी प्रभावित होंगे। पारिवारिक कामों में रूचि लेंगे और अपने पर लगे आरोपों का निवारण करने में सूक्ष्म रहेंगे।







मईः इस महीने धन की कमी से परिवार में असुविधा होगी। घर में पडोसी की उपस्थिति को सीमित रखें। अधिक भरोसा ठीक नहीं है। आर्थिक मामलों के लिए किसी सीनियर से अपेक्षा न रखें। साथ ही ऐसे फैसले और चर्चाओं का पुनर्मूल्यांकन करें। स्वार्थ से ऊपर उठकर अपने भविष्य के कार्यक्रमों पर ध्यान दें। भावुकता को बढ़ावा देना ठीक नहीं होगा। आपकी क्षमता और सूझबूझ स्थिति को सुलझाने और स्थायित्व देने में सहायक होगी। स्पष्ट चर्चा करें। भविष्य को समुचित आकार दें।







जूनः इस महीने आजीविका के संबंध में कठिन चुनौतियों का सामना करें। स्पर्धा की तुलना में जो है वह अधिक महत्वपूर्ण और उपयोगी सिद्ध होगा। महत्वपूर्ण सूचना मिलेगी। यात्रा सम्भव है। समय नष्ट न करें और काम की ओर ध्यान दें। नया परिचय भावुक बना सकता है परन्तु वास्तविकता को महत्व दें। कार्यक्षेत्र की स्थितियां कठिन तथा जोखिम भरी हैं। मनोंरजन तथा सामाजिक कार्यक्रमों के लिए समय निकाल लेंगे। कोष में वृद्धि होगी। पारिवारिक सुख सभी को प्राप्त होगा। विरोधियों में कमी आएगी।







जुलाईः इस महीने छिटपुट अर्थप्राप्ति होगी। अपना पूर्व नियोजित काम पूरा करें और साथियों की आलोचना तथा विरोध को महत्व न दें। क्रय संबंधी गतिविधियां संतोष नहीं देंगी। सामाजिक संबंधों का निर्वाह प्रसन्नतावर्धक होगा। खुद फैसले लेने की अपेक्षा दूसरों की सलाह जरूर लें। आवेश से बचें और खुद पर काबू रखें। वातावरण का बदलाव प्रसन्नता देगा। भविष्य के विषय में सोच-विचार का अवसर मिलेगा।







अगस्तः इस महीने नए कार्यक्रम के प्रति उत्साहित और आनन्दित होंगे। किसी शुभ काम की प्रेरणा मिलेगी। स्पष्ट चर्चा करें और अनावश्यक चर्चाओं में समय नष्ट न करें। वांछित परिणाम मिल सकता है। आकांक्षा पूरी होगी। किसी महत्वपूर्ण वस्तु की प्राप्ति संभव है। व्यक्ति पहचानने में भूल न करें। किसी की सरलता का लाभ उठाने का लोभ ठीक नहीं। आपकी मनःस्थिति दूसरों पर स्पष्ट हो सकती है। किसी का सन्देश आपका महत्व बढ़ा देगा। आत्मसंयम से अपनी योजना को आकार दें। यह उपलब्धि किसी विजय से जुड़ी है।







सितम्बरः इस महीने आप भावनाओं को पहचानें और आनन्द लें। किसी कठिन समस्या का हल खोजने के लिए सहयोगी पाना कठिन होगा। किसी रूचिकर साथी का प्रस्ताव और सहायता स्वीकार करें। किसी भाषण और महत्वपूर्ण चर्चा का सुअवसर स्थिति बदल देगा। जिम्मेदारी प्राप्त होगी। सूझबूझ से समाज में स्थान बनाएं। अनावश्यक चर्चा से बचें। अपने कार्य को सहज गति से सम्पादित करें। किसी दूरवर्ती क्षेत्र से प्राप्त सूचना स्थिति संवार सकती है। किसी परिचय से प्रभावित हो सकते हैं।







अक्टूबरः इस महीने आजीविका की समस्या से संबंधित किसी को सलाह देने की भूल कर सकते हैं। व्यक्तित्व का प्रभाव बढ़ेगा। आर्थिक लाभ होगा। दावतों में अपने खान-पान को सीमित रखें। आदेशजनक स्थितियां आपकी गोपनीयता भंग कर देंगी। किसी कठिन आर्थिक समस्या का हल अनजाने ही हो जाएगा। अपने संकल्पित कार्यक्रम के पूरे होने के आनन्द के क्षणों का उपभोग करें। कार्यक्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। किसी नए व्यक्ति के प्रति सावधान रहें। मेल-मिलाप और मिठास धोखा दे सकती है।







नवम्बरः इस महीने अर्थव्यवस्था की मजबूती में भाग्य साथ देता रहेगा। अपनी शिथिलता को त्याग कर अधूरे काम को पूरा करना जरूरी होगा। अधिकारी या सीनियर्स की अप्रसन्नता के प्रति भी सावधानी रखें। जोखिम में रूचि लेंगे। किसी लेन देन के प्रति निकटता और भावुकता की स्थिति को सीमित रखें। आज की भूल भविष्य में उलझा देगी। सुख प्राप्ति का आकर्षण अपनी जिम्मेदारियों से भटका देगा। नौकर-चाकरों के प्रति व्यवहार में कोमलता बनाए रखें। बढ़ते दोस्त और पड़ोसियों का मेल मिलाप स्वार्थपूर्ण सिद्ध होगा।







दिसम्बरः इस महीने आर्थिक मामलों में सावधानी के साथ कदम उठाएं। किसी अतिथि के प्रति अनुदारता ठीक नहीं होगी। थकान और अस्वस्थता परेशान करेगी। इलाज जरूरी होगा। अधिक परिश्रम से बचें। छोटी सी यात्रा आनन्द और आत्मविश्वास भर देगी। काम करने की मनःस्थिति नहीं होगी। सन्तान के लिए धन खर्च होगा। चर्चाएं होंगी। कोई आपको उकसा रहा है, यह ध्यान रखें। जल्दबाजी के व्यवहार से कोई हानि या चोरी सम्भव है। किसी का प्रथम परिचय ही लाभदायक सिद्ध हो सकता है।
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