गुरुवार, 21 जनवरी 2010

इंटरनेट पर परिक्रमा




मान्यता है कि रामकथा सुनने के लिए भगवान हनुमान को धरती पर बार-बार आना पडता है, लेकिन आधुनिक डिजिटल युग में यदि हम ईश्वर को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो यह कुछ क्षण में ही संभव है।






एक दशक पहले तक किसी टीवी चैनल पर संतों की वाणी सुनने के लिए सप्ताह भर इंतजार करना पडता था, लेकिन अब रियलटाइम केबल, इंटरनेट, आईपीटी.वी. और डायरेक्टटू होम सर्विस की सहायता से अध्यात्मिक वक्ताओं और श्रोताओं के बीच का अंतराल सिमट गया है। भक्त न केवल हजारों मील दूर बैठ कर प्रभु के चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे हैं, बल्कि यदि उनका मन अशांत है, तो वे इलेक्ट्रॉनिकऔर ऑनलाइनमीडिया के माध्यम से अपने गुरु की वाणी भी सुन सकते हैं।


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प्रचलित हुई डिजिटल पूजा


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आपको यदि पूजा की विधि मालूम नहीं है और आप देश के जाने-माने तीर्थ स्थलों पर पूजा करना चाहते हैं, तो निराश न हों। अब आप यह सब ऑनलाइनकर सकते हैं। देश-विदेश के ज्यादातर मंदिरों की अपनी वेबसाइट्सऔर मेल एड्रेसेजहैं। उदाहरण के लिए यदि आप तिरुपतिबालाजीमें पूजा करना चाहते हैं, तो मंदिर की वेबसाइटपर पूजा की विधि, दान-दक्षिणा आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। एक क्लिकपर आप देवता के दर्शन, मंदिर परिक्रमा आदि संपन्न कर सकते हैं। यहां का प्रसाद भी कुछ दिनों के बाद पार्सल के माध्यम से आपके पास पहुंच जाएगा।






अध्यात्म केंद्रित टीवी चैनल्स






एक दशक पहले तक भक्ति के कार्यक्रमों के लिए लंबा इंतजार करना पडता था। ये प्रोग्राम आधे घंटे के कीर्तन के हुआ करते थे। लेकिन आज आस्था, संस्कार, साधना, दिव्य आदि अनेक टीवी चैनल्सहैं, जिस पर चौबीसों घंटे अलग-अलग महाराज के प्रवचन, ध्यान-योग, पूजा स्थल पर आधारित कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं। इन चैनल्सके दर्शक करोडों की संख्या में हैं। इससे व्यक्ति आसानी से अपने मनपसंद धार्मिक-अध्यात्मिक क्रिया-कलापों से जुड जाता है। कुल मिलाकर इसे हम धार्मिक जीवन में आई सैटेलाइट क्रांति कह सकते हैं।






सैटेलाइट के सुपर बाबा






सुबह 5.30बजे से आस्था, सहारा, इंडिया टीवी और स्टार न्यूज आदि टीवी चैनल्सपर बाबा रामदेव के योगासनों का प्रसारण किया जाता है। उनके योगासन इतने अधिक लोकप्रिय हो चुके हैं कि आज हर कोई हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, स्पॉन्डिलाइटिस,आर्थराइटिस,पेट दर्द जैसी बीमारियों का मर्ज इन्हीं योगासनों में ढूंढता है।






इंटरनेट पर परिक्रमा






आप यदि उत्तर भारत में रहते हैं और दक्षिण भारत के किसी मंदिर की यात्रा करना चाहते हैं, तो इंटरनेट आपकी यात्रा आसान बनाकर मंगलमय बना देगा। आप जिस स्थान की यात्रा करना चाहते हैं, उसे गूगलसर्च इंजन पर जाकर सुनिश्चित जगह पर टाइप कर दें। कुछ सेकेंड्समें आपके सामने हवाई यात्रा और सडक यात्रा से संबंधित तमाम जानकारियां, जैसे- यात्री किराया, किस महीने में यात्रा करें, कौन-कौन सा सामान साथ लाएं, रहने-खाने का खर्च, कहां ठहरें आदि उपलब्ध हो जाएंगी। साथ ही कई ऐसी साइट्सहैं, जिस पर वेद, उपनिषद, गीता, धार्मिक गुरुओं के उपदेश आदि उपलब्ध हैं!

1 टिप्पणी:

  1. गूगल ने आपके पत्रा को वयस्क बता कर आगंतुकों को सीधे आने से रोक रखा है क्या बात है आप गूगल से इस बारे में पत्रव्यवहार करिए कि क्या धार्मिक बातें लिखना गलत है?
    सादर

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