सोमवार, 11 जनवरी 2010

अल्लाह

मलेशिया ने सोमवार को गैर मुस्लिमों को अल्लाह शब्द का उपयोग न करने देने के अपने फैसले का बचाव किया। देश में इस विवाद के फैलने के बाद एक और चर्च पर हमला किया गया। इसके साथ ही देश में हमले का शिकार बने चर्चों की संख्या नौ हो गई है।
सरकार ने अल्पसंख्यकों के ईश्वर शब्द के अनुवाद स्वरूप अल्लाह शब्द के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन बाद में अदालत ने इस फैसले को पलट दिया, जिसके बाद से देश में संघर्ष का दौर शुरू हो गया है। गृह मंत्रालय के महासचिव महमूद आदम ने संघर्ष के बारे में विदेशी कूटनीतिज्ञों को जानकारी देने के बाद कहा कि वे जानना चाहते हैं कि जब इसाई इस शब्द को इंडोनेशिया और पश्चिम एशिया में उपयोग कर सकते हैं, तो यहां इस शब्द को सीमाओं में क्यों बांधा जा रहा है।
आदम ने कहा वे यहां की स्थिति नहीं समझ रहे, वे सिर्फ यह जानना चाहते हैं कि जब इस शब्द को दूसरे देशों में अनुमति दी जा सकती है तो यहां क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि आप सेब की सेब से और संतरे की संतरे से तुलना कर सकते हैं। हमारी भूमि दूसरे देशों से अलग है। यहां के मलय दूसरे देशों के मुस्लिमों से अलग हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें