मंगलवार, 3 नवंबर 2009

जिस सर पर हो हाथ तेरा

जिस के सिर पर तूं स्वामी सो दुःख केसे पावे
सन  १९८४ कहीं सनातन धर्म से पीछे हटने का नतीजा तो नही?
           सोचो तो जरा वह भयानक समा
               इंदिरा का मरना यदि हाथ होता सर पर उस स्वामी का क्या गोली चल पाती

यदि हाथ होता उस सवामी का तो दंगा ना हो पाता ?






जो
हुआ
बुरा
हुआ



 जब घडा पाप का भरे गा
सनातन अकाल पुरख की
आज्ञा से ही फूटे गा

तेरा भाणा मिठा लागे का अर्थ जानना होगा

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