शुक्रवार, 13 नवंबर 2009

सनातन और ज्योतिष भाइयो कुछ मदद करो





कुछ ज्योतिषी नवरातों को शुभ - अशुभ बताते हैं |कुछ ज्योतिषी अमावस्या - पूर्णमाशी में भद्रा बता कर शुभ कार्य न करने की सलाह देते हैं |
जब की पुरातन विद्वानों ने नवरात्रों, अमावस्या , पूर्णमाशी ,को शुभ बताया था |फिर इस पर भद्र का अशुभ प्रभाव क्यों?
में समझ नही पाया महूर्त बने जिनको हम प्राण कहते हैं क्या दान पुन्य बिना महूर्त नही होसकते ?क्या मृत्यु का कोई महूर्त होता है?

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