जय लक्ष्मी माता
हर कोई तुझ को ध्याता
ग्रहलक्ष्मी पत्नी को बताता
अपनी पत्नी को नही
देखो विष्णु पत्नी को
शराब की दूकान पर
छोड़ आता
जय जय लक्ष्मी माता
प्रभाव कलयुग का
इस को बताता
बेकदरी तेरी करता
खुद को महान बताता
तेरी उलू की सवारी
तुही सब को उलू बनाती
तब मानव दिमाग अपना
कही और छोड़ आता
जय जय लक्ष्मी माता
बिना तेरे दुनिया का हर काम रुक जाता
रूपये दो रुपयों के पीछे कत्ल तक हो जाता
देकर रकम मोटी अपराधी भी छुट जाता
लुट-लुट कर देश की लक्ष्मी
लुटेरा अपना पेट तक नही भर पाता
जय जये लक्ष्मी माता
जय जये लक्ष्मी माता :) धन्य भये यह आरती गा कर.
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