सनातन धर्म का एक नियम यह भी देखें
छुआ-छूत की बात तो समझ में आती है,परन्तु जाती-पाती की बात समझ में नही आती यहीं देख कर कुछ समझ लो
यह जानवरों की जातियां आपस में प्रेम पूर्वक रह कर मोज-मस्ती कर रही हैं
और यह जाती खुद को महाराजा हरीश चन्द्र बताते नही थकते किसी ने इन की करतूतों से दुखी हो इन को यह उपाधि दे डाली है जिसे यह सरपर लगाये घूम रहे हैं
अब इस जाती को भी देखो दूसरों को नसीहत खुद की फ्सिह्त हम अपने कानून को नही मानते .तो हमारे लिए सनातन भगवान का कानून किस खेत की मुली है
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