बुधवार, 30 दिसंबर 2009

कुंभ/Aquarius (22 जनवरी - 21 फरवरी) 2010


भूमध्य रेखा से दक्षिण




में 20 डिग्री से 12 डिग्री तक इसका स्थान माना गया है। यह राशि घनिष्ठा शतभिषा और पूर्व भाद्रपद नक्षत्रों को मिलाकर बनी है। अंग्रेजी में इसे एक्वेरियस कहते हैं। कुंभ राशि को अक्सर सभी देशों में जलवाहक का रूप प्राप्त है। कुंभ का सूर्य बसन्तागमन से पूर्व अपने मधुरस से अल्पकालीन वर्षा के लक्षणों को प्रकट करता है। कुंभ राशि इसी कारण स्वामिभक्ति, धर्मप्रियता, विचारशीलता और राजभक्ति की भी परिचायक मानी जाती है।








आज की दुनिया में कुंभ राशि का स्थान पश्चिम दिशा में जलाशयों, क्रीड़ा स्थलों, स्विमिंग पूल, समुद्र तट, दर्शनीय स्थलों, झील, बांध, मदिरालयों, दवाखानों, खनिज द्रवों आदि के उत्पादन स्थान माने जाते हैं। यह राशि कृष्णवर्ग की सौम्य और वृद्धावस्था को प्राप्त तमोगुणी राशि है। इसका स्वामी ग्रह शनि है। इसकी समान्यतया स्वल्प संतान होती है। सूदूर देशों में भ्रमण करने वाली यह राशि वैष्य जाति की शीर्षोदय और विषयी स्वभाव वाली मानी जाती है। कुछ मतों के अनुसार इसे लम्पट, द्यूत क्रीड़ा, विषारद वेष्यागामी और मद्यपी राशि का प्रतीक कहा गया है। इस राशि का स्वामी शनि और भाग्यांक 8 है। इंपोर्ट-एक्सपोर्ट, राष्ट्रीय विकास उद्योग, सामाजिक कार्यक्रमों और वायुयान यात्रा का भी इस राशि से विचार किया जाता है।







सभी प्रकार के आधुनिक उपकरण और चमत्कारिक आविष्कार कुंभ राशि के आधिपत्य में आते हैं। अर्थात यह राशि आधुनिक वैज्ञानिक प्रगति का आधारभूत स्तम्भ है। इस राशि में पैदा हुए व्यक्ति मध्यम कद के, आकर्षक व्यक्तित्व वाले, लम्बे दांत, मांसल होंठ और तीव्र बुद्धि के आरम्भ से ही हो जाते हैं। कई जातक विस्तृत मित्र समुदाय वाले, दूरदर्शी, प्रगतिशील, क्रान्तिकारी विचारों के, उदारमना, रोचक वक्ता और साहित्य व रहस्य-विज्ञान में दिलचस्पी रखनेवाले भी होते हैं। कुछ लोगों का रंग सांवला होता है, लेकिन अधिकतर लोग गोरे या गेहूंएं रंग के होते हैं। विचारों से दार्शनिक, दयालु, परोपकारी, कार्यशील, और मिलनसार होते हैं। लेकिन शनि अशुभ राशिगत हो या शत्रु पीड़ित हो तो ये लोग दम्भी, हठी, मनमानी करने वाले, साधरण स्तर की शिक्षा-दीक्षा वाले होते हैं।







कुम्भ जातक ज्यादातर स्वतन्त्र व्यवसाय वाले, लेखक, वैज्ञानिक, प्राध्यापक, रिसर्चर, इंजीनियर, समाज सुधारक और उच्च कोटि के व्यवसाय करने वाले बनते हैं। इनकी उन्नति अप्रत्याशित होती है और यात्राओं के ये विशेष शौकीन होते हैं। दूर दूर की यात्राओं में रहने के अवसर भी प्राप्त करते हैं। इनकी संतान कम होती हैं। विपरीत योनि का देर सबेर सुख मिलता है। अक्सर पहली पत्नी से विचार विषमता हो जाती है और जातक दो विवाह भी कर सकते हैं। शनि की प्रभावशीलता इस राशि को बहुत अधिक रचनात्मक और लेट लतीफ भी बना देती है जिसके कारण आज की तेज दौड़ में ये लोग कभी-कभी पीछे रह जाते हैं। इन्हें समुद्र, नदी और जल सिंचिंत प्रदेश और बड़े बड़े राजमार्गों, होटेल, जहाज या अस्पताल आदि का कारोबार करना अच्छा लगता है। लेकिन नौकरी में अधिक सफलता नहीं मिलने के कारण व्यापार में भी कुंभ राशि के लोग भाग्य अजमाने से पीछे नहीं रहते हैं। व्यापारिक जीवन अस्थिर और उतार चढ़ाव से भरा होता है लेकिन ये तब भी धैर्य और लग्न को नहीं त्यागते।







कैसा रहेगा वर्ष 2010






इस राशि का स्वामी शनि ग्रह है जो कि इस साल के पूरे अर्से में अष्टम भाव से विचरण करता रहेगा। वर्ष के आरंभ में सूर्य एकादष यानि ग्यारहवें भाव में रहेगा, इसलिए पिछले अर्से से चली आ रही कारोबार की मन्दी अब कुछ कम होती नजर आएगी। महीने के अन्त तक लाभकारी सौदे हाथ में रहेंगे। अनेक प्रकार से सुखदायक और मान-सम्मान से युक्त गोचर के कारण अनेक महानुभाव मौज मस्ती या भ्रमण पर्यटन के कार्यक्रम भी बनाएंगे। घर-परिवार की सन्तोषजनक स्थिति के चलते कुछ नया और रचनातमक कार्य करने का मन भी बनेगा।






सूर्य का गोचर आगे मार्च-अप्रैल और जून-जुलाई में भी इसी प्रकार से लाभान्वित करता रहेगा। अच्छे समय का लाभ उठाने में अक्टूबर और नवम्बर का महीना भी लोगों के लिए अच्छी सौगात लेकर आएगा। शनि का गोचर इस सारे साल में आपकी राशि के अनुकूल रहेगा। प्रौढ़ और वृद्धों के लिए यह जमा पूंजी के निवेश में अच्छा लाभ दे सकता है। मुकदमे का अन्त होगा। कुछ मामूली स्तर का शारीरिक कष्ट समय-समय पर चिन्ता का विषय हो सकता है। शनि के शुभ प्रभाव में तमाम युवा और कार्यरत जातकों के लिए रोजगार के नए अवसर लेकर आ रहा है। जो लोग विशेषज्ञता हासिल किए हुए हैं या प्रोफेशनल कार्यक्षेत्र से जुडे हैं उनके लिए भी देश-विदेश की सेवाओं के द्वार खुले रहेंगे। जो लोग छोटी-मोटी सेवाओं या फिर चलते-फिरते व्यापार से जुड़े हैं उनके लिए भी कुछ नई शुरुआत करने का मौका सन् 2010 में रहेगा।






अपने जीवन के उत्साह और उमंग भरे क्षणों का आप पूरी तरह उपभोग करेंगे क्योंकि बृहस्पति और शुक्र आदि ग्रह भी आपके लिए पहले हिस्से में अनुकूल रहेंगे। विपरीत योनि से हर जगह सहयोग और समर्पण का भाव रहेगा। जीवन साथी और योग्य सन्तान का भी लाभ होगा। अगर किसी प्रकार की पुरानी रंजिश है भी तो इस साल उससे सुलह हो जाएगी। लग्न और द्वितीय भाव का बृहस्पति सितम्बर के बाद भाग्य स्थान में संचार करेगा, जिससे साल के आखिर तक दूर देश की यात्रा आदि का मौका भी मिलेगा।











महीनेवार भविष्यफल







जनवरीः इस महीने का सम्पूर्ण भाग शक्तिशाली गोचर से युक्त है। देश विदेश की यात्रा या सम्पर्कों के माध्यम से आजीविका और व्यापार में उन्नति अर्जित करेंगे। समतुल्य लोगों में साख बढ़ेगी। किसी नये काम की प्रेरणा से धन और समय का निवेश भी सुनिश्चित होगा। परन्तु सूर्य प्रधान व्यक्ति आलस्य एवं दरिद्रता के शिकार होंगे। घर परिवार के बीच अनावश्यक झगड़े क्लेश आदि से खिन्नता होगी। इसी कारण धन की आवक भी समय पर नहीं हो पाएगी।







फरवरीः इस महीने का पहला हिस्सा मन, कर्म और वचन से कार्यरत रहने पर महत्वाकांक्षाओं की भूमिका बनाने में सक्षम होगा। कुछ जातकों को हल्का-फुल्का नुकसान या परहेज न करने के कारण स्वास्थ्य विकार हो सकता है, लेकिन अल्पकालीन कष्टों के साथ-साथ दीर्घकालीन सुख सुविधाएं इस महीने में सभी को मिलेंगी। बौद्धिक प्रयासों में सफलता और श्रेय मिलेगा। बुरे से बुरा व्यक्ति भी सतर्कता के कारण आपकी हानि नहीं कर पाएगा। शासन सत्ता से जुड़े लोग चुगलखारों से अलग होकर रहने की चेष्टा करें।







मार्चः इस महीने का पहला हिस्सा सोच-विचारों और सभा समारोहों की आवाजाही में गुजरेगा। कुछ जातकों को स्वदेश या परदेस की यात्रा भी अपने कार्यक्रमों में शामिल करनी पड़ेगी। बौद्धिक स्तर के कुंभ राशि के जातकों को यह महीना विशेष प्रेरणादायक और उत्साहजनक रहेगा। नये-नये विषयों पर आपके विचार आमंत्रित होंगे। मनोरंजन और व्यावसायिक कार्यक्रमों में लाभदायक उपलब्धियां होंगी। महीने के उत्तरार्ध में सूर्य धन स्थान में प्रवेश करेगा। उच्चाधिकारियों का सहयोग मिलेगा। मनपसन्द स्थान पर नियुक्ति होगी और अधिकार भी होंगे।







अप्रैलः इस महीने का पहला हिस्सा काफी अनुकूल होगा। व्यापारिक जीवन में आश्चर्यजनक उपलब्धियां मिलेंगी। सत्य और न्याय के प्रति आपकी प्रतिबद्धता बनी रहेगी। गलत आचरण और भ्रष्टाचार से लड़ने की शक्ति बढ़ेगी। विवादास्पद मामलों में आप खरे उतरेंगे। किसी महत्वपूर्ण विवाद में घिरे रहने के बावजूद लोग आपकी निष्ठा पर संदेह नहीं व्यक्त कर पाएंगे। यदि आप पुलिस, सेना या सुरक्षा संबंधी कामों या निजी संस्थानों के प्रशासन से जुड़े हैं तो प्रतिस्पर्धा के क्षेत्र में आपका मूल्यांकन बढ़ चढ़ कर होगा।







मईः इस महीने का पहला हिस्सा विभिन्न क्षेत्रों में आपकी सफलताओं को सम्पादित करेगा। यदि आप इंटरनैशनल मामलों में रूचि रखें तो किसी दूर देश का कामकाज या कारोबार भी आपके काम से जुड़ सकता है। इस महीने का पहला हिस्सा अत्यन्त लाभदायक और अवसरों की तलाश में रहने वालों के लिए सफलतासूचक है। अतः तन-मन से जुट जाने पर आप जटिल से जटिल समस्या को भी सुलझा सकने में कामयाब होंगे।







जूनः इस महीने के पहले दो हफ्तों के दौरान सूर्य शारीरिक एवं मानसिक पीड़ा दे सकता है। आपके कामकाज और कार्यशैली को एक झटका जैसा लग सकता है। जिनके प्रति आप सदैव उदार रहे हों , वे ही लोग आपके प्रतिपक्ष में रहकर सिर दर्द का कारण बनेंगे। आखिर में भी काफी हद तक नेगेटिव परिणाम मिलेंगे। शारीरिक मानसिक तनाव दूर करने के लिए व्यसनबाजी या जोखिमपूर्ण कामों से बचना हितकर होगा।







जुलाईः इस महीने की शुरुआत काफी बदलाव लेकर आएगी। घर-दफ्तर या कार्यक्षेत्र का स्वरूप और साज-सामान बदलेगा। आजीविका में लगे लोगों का ट्रांसफर या प्रवास भी संभव है। महीने के पिछले हिस्से में में आर्थिक नियोजनों में दिलचस्पी रहेगी। प्रापर्टी के मामले धन निवेश के लिए ध्यान आकर्षित करेंगे। पहले किए गए जमा पूंजी के लाभ इस दौरान मिल सकते हैं। कुछ हद तक पारिवारिक असंतुलन और आर्थिक खर्च का दबाव चिंतित रखेगा।







अगस्तः इस महीने के पहले हिस्से तक नुकसान वाला समय बना रहेगा। पर्याप्त धन की आने के बावजूद बढ़ते खर्च से परेशान रहेंगे। भरसक कोशिशों के बाद भी हाथ में आता हुआ धन रुक जाएगा। मशीनरी, उपकरण या वाहन आदि में खराबी या मार्ग दुर्घटना का भय रहेगा। महीने के अन्त में एकाएक चिन्ताएं मिट जाएंगी। न चाहते हुए भी अवांछित लोगों से मदद लेनी पड़ सकती है। किसी नीच व्यक्ति से तकरार और बहस के कारण मन की शांति कुछ दिनों के लिए भंग होगी।







सितम्बरः इस महीने का पूर्वार्ध पराक्रम में विशेष रुचि पैदा करेगा। आए दिन यात्राओं से थकान महसूस होगी, लेकिन दौड-भाग के नतीजे कुछ देकर ही जाएंगे। हाथ-पांव की पीड़ा से मन दुखी रह सकता है। जूनियर्स से मन-मुटाव हो सकता है । परन्तु सजग और सतर्क रहने से काफी हद तक अप्रिय स्थितियां टल सकती हैं। महीने के अन्त में सूर्य अधिकार और आनन्दवर्धक रहेगा। योजनाओं में सफलता मिलेगी।







अक्टूबरः इस महीने का पहला हिस्सा सुख-आराम और शांतिदायक वातावरण में गुजरेगा। वस्त्र आभूषण और बहुमूल्य साजो-सामान की वृद्धि होगी। स्वास्थ्य और धन के मामले में आप निश्चिंत रहेंगे। कुंभ राशि के अनेक कर्मठ और उद्यमी महानुभाव अपनी वर्ष भर की उपलब्धियों का आकलन करके संतुष्ट रहेंगे। महीने के उत्तरार्ध में कानून और मुकदमे आदि में आपकी विजय होगी।







नवम्बरः इस महीने के आरंभ में राशिपति शनि वह तमाम सुख साधन प्रदान करता रहेगा जो आपकी पहुंच और अधिकार क्षेत्र में आते हैं। आजीविका और नौकरी में आपका वर्चस्व कायम होगा। व्यापार में भी नए कॉन्ट्रैक्ट्स और नए कामों के प्रति जिज्ञासा फलीभूत होगी। सभी विचारे हुए काम समय पर पूरे होंगे। महीने के दूसरे हिस्से में व्यापार अथवा साझेदारी में रुकावट पड़ेगी।







दिसम्बरः इस महीने के पहले व दूसरे सप्ताह में कुछ सुख शांति के बावजूद कभी कभार धन को लेकर अटपटी स्थितियां उत्पन्न होंगी। विरोधियों और शत्रुओं के पदचाप से घबराहट होगी। मशीनरी और यंत्रों के कारण रखरखाव में खर्च होगा। यात्रा आदि के दौरान धन और समय नष्ट होने की भी आशंका रहेगी। इस महीने का दूसरा हिस्सा सुधार लाएगा। परिस्थितियां बदलने में देर नहीं लगेगी। हाथ में लिये गये काम तेजी से पूरे हो जाएंगे।
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