बुधवार, 30 दिसंबर 2009

तुला/LIbra(22 सितंबर- 21 अक्टूबर) 2010


भूमध्य रेखा से 12



डिग्री दक्षिण तक तुला राशि का स्थान है। यह राशि चक्र की सातवीं राशि है और काल पुरुष के पेट में निवास करती है। अंग्रेजी में इसे लिब्रा कहते हैं। चित्रा, स्वाति और विशाखा नक्षत्र इसमें पड़ते हैं। इस राशि का स्वामी शुक्र तारा है जो सौर मंडल में सबसे अधिक चमकदार और पृथ्वी का निकटतम पड़ोसी ग्रह है। जब सूर्य इस राशि पर संक्रमण करता है तो दिन और रात बराबर हो जाते हैं। इस राशि का चिन्ह तराजू है। पश्चिम के मत के मुताबिक इसे ईश्वर के न्याय का प्रतीक माना जाता है। इस राशि के जातक देखने में सुन्दर, दुर्बल, लम्बे, न्यायप्रिय, शान्तिप्रिय, प्रसन्न हृदय, मध्यस्थता का कार्य करने में निपुण, आध्यात्मिक विचारों से युक्त, सच बोलनेवाले, तेज बुद्धिवाले, धार्मिक, सुधारवादी, दार्शनिक, लोकप्रिय, स्त्री प्रेमी, कला नृत्यकला और संगीत के प्रति बेहद अभिरूचि रखने वाले और ख्याति के इच्छुक होते हैं।







विशेष रूप से इस राशि में पैदा हुए व्यक्ति तर्कशास्त्री , ऐनालिस्ट , वकील , रेडियो या टीवी कलाकार , ऐक्टर , जलसैनिक , जज , कंसल्टेंट या फिर साहित्यकार होते हैं। कुछ लोग प्रॉडक्शन यूनिट्स या हाई क्लास बिजनस में भी महत्वपूर्ण पदों को प्राप्त करते हैं। इस राशि के के लोगों को किडनी, यूरिन और कमर सम्बन्धी रोगों की सम्भावना रहती है। इन्हें शुद्ध वायु का सेवन करना चाहिए और चाटूकारों से सावधान रहना चाहिए।






सूर्य की स्थिति इस राशि पर अशुभ मानी जाती है, जो हर साल मध्य अक्टूबर से मध्य नवम्बर तक आती है। अगर सूर्य इस राशि पर हो तो वह व्यक्ति आत्मिक रूप से विकसित नहीं होता है यानी कच्चे और बनावटी सिद्धान्तों वाले निम्न स्तर के विचारों द्वारा उसे हानि उठानी पड़ती है। जीवन में इन्हें माता पिता का सुख भी कम प्राप्त होता है। अगर पिता जीवित भी रह पाए तो उसके प्रति द्वेष भाव से जीवन में विच्छिन्नता आ जाती है। कुछ अन्य ग्रहों का भी कुयोग हो तो ऐसे जातक निम्न स्तर के काम करनेवाले, धनहीन, सन्तान की ओर से चिन्ताग्रस्त और नास्तिक विचार के व्यसनी भी हो जाते हैं।






इस प्रकार के व्यक्तियों को नशीली वस्तुओं का खाना-पीना और नशीली दवाओं का व्यापार करना भी लाभदायक होता है। इसके अलावा कुछ लोग साहित्य, लेखन या संगीत में आगे रहते हैं। ये लोग प्रेम या विपरीत योनि से लगाव अस्थाई रखते हैं। इस प्रकार के सम्बन्ध कभी-कभी इनके लिए घातक भी सिद्ध होते हैं। इनमें विलास की आकांक्षा तीव्र होती है। कुछ जातक चरित्र को ताक में रखकर भी अवांछित कामों से धन बटोर लेना चाहते हैं। सभी तुला जातक व्यापार और व्यवहार में कुशलभाव वाले होते हैं। इनमें धन कमाने की और व्यापार करने की जन्मजात इच्छा होती है।







कैसा रहेगा यह वर्ष 2010






आपकी राशि का स्वामी है शुक्र ग्रह जो कि वर्ष 2010 के आरंभ में आपके पराक्रम के भाव से विचरण कर रहा है। शुक्र ग्रह वैसे भी चकाचैंध और आधुनिक जीवन पद्धति का द्योतक ग्रह है। इसलिए इस साल आपका जीवन स्तर निश्चित रूप से काफी बदल जाएगा। शुक्र ग्रह के साथ योग करने वाले अन्य ग्रह हैं बुध, सूर्य और प्लूटो। इन सबका मिश्रित प्रभाव जहां आपके परिवार में अनेक सदस्यों के भाग्योदय से है वहीं आपको भी चौतरफा सिद्धि प्राप्त करने का अवसर मिल सकता है। फैशन, सर्राफा, शेयर बाजार और कॉर्पोरेट स्तर के आधुनिक बिजनस, फिल्म, टीवी और वस्त्र-आभूषण आदि से जुड़े लोगों के लिए इस साल ऐसे अवसरों की कमी नहीं रहेगी, जहां उनका अपना कारोबार फले फूले।






जो लोग हाई लेवल ऑफिसर, बिजनसमैन, मैनेजर, प्रशासक, डायरेक्टर आदि हैं उनके लिए भी उन्नति के कई अवसर जनवरी से मार्च 2010 तक आ रहे हैं। यदि आप राज्य सरकार या अन्तरराष्ट्रीय एजेंसी से जुड़े हैं, तो भी आपके लिए चमकने के भरपूर मौके अप्रैल, मई के दरम्यान आ रहे हैं। यही नहीं, जिन महानुभावों के शनि और राहु-केतु अनुकूल चल रहे हैं और शुक्र की दषा भी चल रही है, उन्हें नये नये वाहन हवाई यात्रा और उच्च स्तर के टूरिजम के मौके भी मिलेंगे। रही बात आम जीवन धारा से जुड़े लोगों की, तो उनके सभी ग्रहों का सम्यक प्रभाव न केवल प्रगति लेकर आएगा बल्कि थोड़े बहुत प्रयास से उनके काम लोगों की नजर आ सकते हैं।






फिल्म, टीवी और पत्र-पत्रिकाओं में काम करनेवालों के लिए भी बृहस्पति का गोचर वर्ष के दूसरे हिस्से में फलदायक होगा। चूंकि अप्रैल से जून के दौरान अनेक ग्रह बदल जाएंगे, जिसमें सितम्बर में बृहस्पति के गोचर का लाभ उनको वर्ष के अन्त तक जरूर मिलेगा, जब गुरु महाराज स्वयं मीन राशि से विचरण करेंगे। जिन लोगों का जीवन अकेले गुजर रहा है, उनको विपरीत योनि का विशेष संसर्ग सुख तो मिलेगा ही बल्कि जीवन साथी मिलने का हर्ष भी वर्ष के मध्य भाग तक अवश्य होगा। सन्तान का भाग्योदय और जीवन साथी का सहयोग मिलेगा। मकान वाहन का सुख भी मिलेगा।







महिलाओं के लिए यह साल सर्वोत्तम है जबकि विद्यार्थी और परीक्षार्थी भी साल के दूसरे हिस्से में अपनी मंजिल के करीब होंगे। तुला राशि न्याय नीति और माप तौल के कारोबार से जुड़ी रहती है। कंसल्टेंसी सर्विसेज और प्रोफेशनल फील्ड के लोगों के लिए वर्ष का अन्तिम महीना काफी कारगर फल देने वाला होगा। तुला राशि वाले काफी लोग 2010 में शनि की साढेसाती से भी प्रभावित रहेंगे। इस साल शनि उनके व्ययभाव से विचरण कर रहा है, इसलिए प्रौढ़ और वृद्ध लोगों को शुभमांगलिक कामों में खर्च करना पड़ेगा। जो जातक किसी कारण झगड़े, मुकदमे या कोर्ट केस में फंसे हैं उनके लिए समय खर्चीला सिद्ध होगा। युवाओं को नौकरी में मनोवांछित फल नहीं मिलने से आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा।











महीनेवार भविष्य फल






जनवरीः इस महीने के आरंभ में विभिन्न प्रयासों, भरपूर परिश्रम और हितचिन्तकों के सहयोग से ही वांछित लाभ सम्भव होगा। एक साथ कई तरह के व्यापार या काम धन्धों में लाभ होगा। प्रतिस्पर्धा की दौड़ में आगे निकल जाएंगे। घर परिवार की व्यवस्था संतोषजनक रहेगी। विरोधियों और आलोचना करने वालों के मुंह बन्द रहेंगे। महीने का पिछला हिस्सा भी सुख सौभाग्य बढ़ाने वाला है।







फरवरीः इस महीने का पहला हिस्सा कर्ज और रोग की वृद्धि करा सकता है। जिन लोगों को शनि या राहु-केतु का जन्मकालीन दुष्प्रभाव झेलना पड़ रहा है, उनके लिए समय कुछ अलगाव सूचक स्वजनों एवं परिजनों से मतभेद बढ़ाने वाला परन्तु मित्रों के आश्रय से लाभ देने वाला भी होगा। दूसरे हिस्से में आपके जूनियर सहयोगी और दोस्त बहुत काम आएंगे। साम-दाम-दण्ड-भेद से आप अपने रास्ते के कांटे को हटा सकने में कामयाब होंगे। आगे के अच्छे समय की आशा में इस दौरान खूब काम करने की प्रवृत्ति बनेगी।







मार्चः इस महीने के पहले हिस्से में सूर्य की स्थिति कुछ हद तक कर्ज और धन हानि की आशंका पैदा करती है। कामकाज के बीच में सीनियर्स और अधिकारियों का हस्तक्षेप रहेगा। नुक्ताचीनी करने वाले बढ़ जाएंगे और छोटे से काम के लिए भी अवांछित व्यक्तियों से याचना करनी पड़ेगी। महीने के पिछले हिस्से में स्थितियां कुछ बदलने लगेंगी। जोड़ तोड़ के बाद जरूरी खर्चे पूरे हो जाएंगे। जोखिम और सट्टे-जुए की प्रवृत्ति बनेगी।







अप्रैलः इस महीने के पहले हफ्ते में किसी कॉन्ट्रैक्ट , यात्रा या बौद्धिक परिश्रम से लाभ होगा। अच्छे और बुरे लोगों से वास्ता पड़ेगा। समय की गति के अनुसार चलने से तत्काल लाभ होगा। अनेक जातकों को धार्मिक उत्सव और सभा-समारोह के आमंत्रण मिलेंगे। देश-विदेश से सम्पर्क बढ़ेगा। सरकार या शासन से लाभ मिलेगा। पिछला हिस्सा अत्यधिक विस्मयकारी और लाभ देने वाला होगा।







मईः इस महीने का पहला हिस्सा सफलतासूचक घटनाओं का समावेश लिए रहेगा। प्रचार प्रसार के माध्यम आपके नाम और काम को चमका सकते हैं। कुछ जातकों के मांगलिक काम भी इस प्रकार से सफल होंगे। नए प्रभावशाली मित्रों से कमर्शल फायदे होंगे। नये नये दोस्त बनेंगे। महीने के पिछले हिस्से में धन, आभूषण आदि का लाभ होगा। जो लोग सम्पत्ति खरीदना चाहते हैं उनके लिए भी यह महीना अनुकूल सिद्ध होगा।







जूनः इस महीने का पहला हिस्सा करियर सुधारने के लिए कुछ बौद्धिक कामों में बिजी रखेगा। घर परिवार के सदस्यों की प्रमोशन होगी। बुजुर्ग सदस्य आपके लिए कृपाकारक साबित होंगे। विरोधियों के साथ मतभेद खत्म होंगे। स्वार्थ सिद्धि के लिए घटिया लोगों से सम्पर्क स्थापित करने होंगे। इस महीने के उत्तरार्ध में किसी बड़े आदमी से सम्पर्क जुड़ेगा। किसी महत्वपूर्ण मामले में मित्रों की सहायता करने से आपकी धाक जमेगी।







जुलाईः इस महीने का पहला हिस्सा कुछ लाभकारी है परन्तु चलते हुए कामों में अवरोध पैदा कर सकता है। विरोधी और प्रतिद्वन्द्वी यहां तक कि पड़ोसी भी आपकी शान-ओ-शौकत देखकर चकित हो सकते हैं। यात्रा के दौरान लापरवाही से चोट लग सकती है या किसी सरकारी नियम का उल्लंघन करने के कारण आपको आर्थिक दंड भी मिल सकता है। इस महीने का दूसरा हिस्सा चारों ओर से प्रसन्नता और सफलताओं का अम्बार लगाएगा। आप अपने कर्म और धर्म से अभिभूत हो जाएंगे।







अगस्तः इस महीने का पहला हिस्सा काफी खर्च के बाद घर की साज सज्जा और रहन सहन में उन्नति या बदलाव कराने वाला होगा। किसी नए परिसर या घर में स्थान परिवर्तन का मौका मिलेगा। आजीविका में स्थानान्तरण या यात्रा के मौके मिलेंगे। किसी नए काम की शुरुआत या पुराने काम का विस्तार हो सकता है। इस दौरान आपके धन कोष और साख में वृद्धि होगी। अपने जीवन स्तर के अनुसार आपको खर्च करने में तनिक भी संकोच नहीं होगा।







सितम्बरः इस महीने के शुरुआती दिनों में मन स्थिर होगा। किसी चर्चा के नतीजे शुभ होंगे। कार्यक्षेत्र में हो रहे परिवर्तन हैरतअंगेज होंगे। किसी प्रकार के फाइन आदि से भी बचने की चेष्टा करें। महीने के पिछले हिस्से में सूर्य पर्याप्त लाभकारी और अप्रत्याशित भाग्योदयकारी होगा। पराक्रम के कारण आप रिस्की कामों में भी सफल होंगे। रिश्ते नाते जुड़ेंगे। जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए एक और मौका आपको मिलेगा।







अक्टूबरः इस महीने में परिवार के सदस्यों की आर्थिक महत्वाकांक्षा बढ़ेगी। धन-लाभ के उपाय सम्भव होंगे। पहले पखवाड़े में कोई नया लाभदायक काम मिलेगा। मित्रों तथा सम्बन्धियों से लाभ होगा। अधिकारियों का अनुग्रह प्राप्त होगा। महीने के दूसरे हिस्से में आसपास की यात्रा आवश्यक होगी। धर्म-भक्ति में रुचि और नियमितता बढ़ेगी। मानसिक रूप से परेशान होंगे। अधिक परिश्रम से अस्वस्थ हो सकते हैं।







नवम्बरः इस महीने की शुरुआत में आर्थिक कामों में सफलता मिलेगी। पहले हिस्से में नया काम आरंभ होगा। अचानक किसी और जगह से धन-प्राप्ति भी संभव है। जरूरतें पूरी होंगी, फिर भी खर्च पर कंट्रोल जरूरी है। सन्तान की सफलता से आनन्दित रहेंगे। विरोधियों के साथ किसी क्षेत्र से परेशान रहेंगे। धन हानि की भी सम्भावना है। महीने के आखिर में आय अनियमित हो जाएगी। स्थायी सम्पत्ति के फैसले को फिलहाल स्थगित रखें।







दिसम्बरः इस महीने की शुरुआत में नए आर्थिक और कमर्शल रिश्ते बनेंगे। पहले पखवाड़े में सुख-साधन उपलब्ध होंगे। स्वास्थ्य अनुकूल रखने के लिए आपको अत्यधिक खर्च करना पड़ेगा। यात्राओं या सम्पर्क माध्यमों से कुछ महत्वपूर्ण मामले लाभदायक परिणाम देंगे, लेकिन कुछ मामलों में अत्यधिक परिश्रम करने के बावजूद ऐन मौके पर मामूली चूक हो जाने से हाथ मलते रह जाने का खेद होगा। महीने का उत्तरार्ध अत्यधिक आशावादी है।
==============================================

 
==============================================

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें