बुधवार, 30 दिसंबर 2009

कन्या/Virgo (22 अगस्त- 21 सितंबर)



कन्या
पृथ्वी से उत्तर वि षु



वत रेखा की ओर 12 डिग्री तक कन्या राशि स्थित है। उत्तरा फाल्गुनी हस्त और चित्रा नक्षत्र का आधा भाग इस राशि में पड़ता है। इन तीनों नक्षत्रों के अलग अलग गुण स्वाभाविक हैं, इसलिए कन्या राशि वाले लोगों में भी विविधता पाई जाती है। इस राशि का प्रधान स्वामी बुध है लेकिन कुछ मतानुसार राहु का भी इस राशि पर विशेष प्रभाव रहता है। अंग्रेजी में इसे वरगो कहते हैं। प्राचीन काल की आख्यायिकाओं के अनुसार इस राशि पर जब सूर्य का संचार होता है तो सूर्य की घटती हुई प्रचंडता को फसलों में परिपक्वता लाने के सहयोग को विचार में लिया जाता है। इस राशि को सर्व सम्पन्नता ओर सर्वांगीण विकास से सम्बन्धित माना जाता है।







इस राशि का चिन्ह एक कुमारी कन्या है। यह राशि चिरस्थाई स्नेह और विवेक का प्रतीक है। कन्या राशि का वार बुध भाग्यांक 5 और स्वामी बुध भाग्यरत्न पन्ना अथवा मरकत मणि हैं। शरीर विज्ञान के अनुसार इस राशि का स्थान कटि प्रदेश, पेट और आंतें हैं। सामूहिक जीवन में यह राशि जन सेवा, स्वास्थ्य, कमर्शल ऐक्टिविटीज, अकाउंटेंट, ऑडिटर, इंस्पेक्टर, एडिंटिंग, राइटिंग जैसे कामों से जुड़ती है। इस राशि में अगर किसी जातक का जन्म हो तो वह सामान्य और साधारण या मध्यम स्तर के परिवार का, पढ़ने-लिखनेवाला, सांवला, कोमल शरीर और लचीले स्वभाव का होता है। यह जातक मधुरभाषी, स्त्रीवर्गीय स्वभाव का, तेज याददाश्तवाला, विचारशील, धैर्यवान, मनोविज्ञान, गणित और परा विज्ञान समेत साहित्य और टीचिंग जैसे कामों से जुड़नेवाला होता है।







हस्तकला यानी हाथ की कारीगरी में भी कुछ जातक निपुण होते हैं। कई लोग सेल्सपर्सन, एजेंट, ब्रोकर, सेक्रेटरी, स्टैनो और मेडिकल से जुड़े काम भी करते हैं। सूर्य की स्थिति इस राशि पर मध्य सितम्बर से मध्य अक्टूबर तक होती है। इसके प्रभाव से ज्यादातर लोग रिसर्चर, स्टैनो, सेक्रेटरी, ज्योतिषी, लेखक, जर्नलिस्ट या फिर मैथमैटिशन वगैरह होते हैं। ये लोग खानदान और पारिवारिक चिन्ताओं से भी दबे रहते हैं। इनका जीवन अनुशासनपूर्ण होता है। जवानी में ये लोग बहुत बोलनेवाले होते हैं, लेकिन इनकी बातें बोरिंग नहीं होतीं। इन्हें पेट के रोग की संभावना हमेशा रहती है। अपनी चीजों का ये विशेष ख्याल रखते हैं। अक्सर इनकी पत्नी की तबीयत खराब रहती है।







चन्द्रमा की स्थिति इस राशि में एक महीना सवा दो दिन के लिए रहती है। इस समयावधि के दौरान पैदा हुए जातकों की दृष्टि और व्यवहार में कोमलता और सत्यता होती है। जीवन में ये सुखी कहलाते हैं और दूसरे की सम्पत्ति या मकान का उपयोग करते हैं। इन्हें अपना समय जन्म स्थान से दूर बिताना पड़ता है। इनकी कन्या संतान अधिक और बेटे कम होते हैं। कुछ लोग उच्च पदाधिकारी बनते हैं। ये लोग देरी से विवाह करते हैं या फिर इन्हें संतान सुख देरी से मिलता है। कई महिलाएं आजीवन कुंआरी रहती हैं। इनका शिक्षा का स्तर भी ऊंचा होता है, लेकिन इनका जीवन बाह्य दृष्टि से सुखी सम्पन्न और उन्नतिगामी होता है।







कैसा रहेगा वर्ष 2010






इस राशि का अधिपति बुध ग्रह वर्ष प्रवेश के समय चतुर्थ भाव में बैठा हुआ है। बुध की गोचरगत गतिविधियों के अनुसार यह साल आपके लिए छोटे-मोटे कारोबार से अच्छे लाभ का सूचक बनेगा। इस साल के आरंभ से बृहस्पति ग्रह आपके छठे और अप्रैल से सातवें भाव में चलेगा। इसका अर्थ यह है कि बुद्धिबल और भाग्यबल से आप इतने समृद्ध हो सकते हैं जितने पिछले 10-12 साल में नहीं हुए। इसके अलावा सूर्य का स्थान जनवरी के आरंभ में चौथे भाव से है और 14 जनवरी के बाद यह पंचम भाव में विचरण करेगा। इस पर जब बृहस्पति की सीधी दृष्टि पड़ेगी तो कई लोगों को जहां सरकार या शासन सत्ता से लाभ होगा वहीं पैतृक धन की प्राप्ति भी होगी।






जो पहले से ही सरकार या उच्च स्तर की प्रशासनिक सेवाओं से जुड़े हैं या फिर टीचिंग, मीडिया, क्लर्की या सेल्समैनशिप में हैं, उनके लिए भी जनवरी से फरवरी के बीच का समय अपने सेवा क्षेत्र में लाभ कमाने का है। सूर्य का गोचर कन्या राशि को आगे चल कर मई, जून और अगस्त, सितम्बर के दौरान भी लाभान्वित करता रहेगा। साथ ही इसकी शुभ दृष्टि से लोगों के सन्तान पक्ष से खुशी, विवाह, चौतरफा लाभ और कार्यक्षेत्र में सफलताएं मिलती रहेंगी। यदि किसी प्रकार के शिल्प, कारीगरी या अन्य तकनीकी बिजनस से जुड़े हैं और तेज तर्रार व्यक्तित्व के हैं तो बृहस्पति आपको सारे साल ही अच्छे रिजल्ट देता जाएगा।






जो युवा नए कारोबार से जुड़ना चाहते हैं, उनके लिए भी जहां अप्रत्याशित सहायता के द्वार घर में खुल जाएंगे, वहीं सरकारी या गैरसरकारी संस्थागत लाभ भी उनके हिस्से में रहेंगे। पत्रकार, खिलाड़ी, इंजीनियर, गायक या निजी बिजनस से जुडे कन्या जातक चाहे किसी भी उम्र के हों, अपने दक्ष ज्ञान से सम्मानित होते ही रहेंगे। जिनका जन्मकालीन शनि ओर बृहस्पति ठीक नहीं है उनको भी अपने आश्रय दाताओं से कुछ न कुछ लाभ मई, जून के बाद जरूर मिलेगा। कन्या जातक खुद उतने प्रेमी नहीं होते जितने कि लोग उनसे प्रेम करने को आतुर होते हैं। जो लोग कमीशन, ट्रे़डिंग या फिर दलाली, शेयर, स्टॉक या अन्य जोखिम भरे बिजनस से जुड़े हैं, उन्हें भी इस साल धन कमाने के खूब मौके मिलेंगे।






स्टूडेंट्स, एम्पलॉयमेंट के इच्छुक परीक्षार्थी अपनी योग्यता के बल पर स्तरीय जॉब हासिल करने की कोशिश जरूर करें, क्योंकि भाग्य साथ दे दे तो आपकी चांदी हो सकती है। यह सब शनि और बृहस्पति के अनुकूल गोचर का ही कमाल होगा कि पिछले कई साल से लगातार असफलता झेल रहे कन्या राशि के लोग इस वक्त अपना काम सिद्ध कर सकते हैं।







महिलाओं के लिए यह साल ज्यादा उत्तम रहेगा क्योंकि कन्या राशि एक स्त्री राशि है। शनि ग्रह की अनुकूलता भी महिलाओं के लिए दिलखोल कर काम करेगी। सरकारी या अर्द्धसरकारी संस्थानों में रोजगार के अवसर मिलेंगे और बुद्धिबल से आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी। अविवाहितों के विवाह भी सम्भव हैं।







महीनेवार भविष्य फल






जनवरीः यह महीना अनुकूल वक्त और फायदों से भरपूर रहेगा। हालांकि स्वभाव में कुछ चंचलता आएगी , फिर भी आपके कहे गये शब्दों का सर्वत्र सम्मान होगा। आर्थिक पक्ष के अलावा आपका राजनीति दायरा भी इस बीच मजबूत होगा। जनमत और लोकमत के जरिए किसी प्रतिस्पर्धा में भी आप विजयी होंगे। इस महीने का दूसरा हिस्सा कुछ खर्चीला रहेगा और नुकसान भी करा सकता है।







फरवरीः इस महीने के पहले हिस्से में आपको अपने स्वास्थ्य और जमा पूंजी का विशेष ध्यान रखना होगा। अधिक खाना, नशे और अनियमित आहार से बचना होगा। अप्रिय जगह पर जाना वर्जित करना होगा। यात्रा या व्यापार संचालन के दौरान सतर्कता आवश्यक होगी। इस महीने के दूसरे हिस्से में जब सूर्य आपकी शत्रु राशि पर संचार करेगा तो कार्यक्रम में फेर बदल करना पड़ सकता है। आपके फैसले काफी लोगों को अप्रिय लगेंगे। छोटे से छोटे काम के लिए भी भारी खर्च होगा या रिश्वत देनी होगी।







मार्चः इस महीने का पहला हिस्सा भी कुछ हद तक पिछले महीने की तरह प्रतिकूल प्रभाव और मायूसी दे सकता है। काफी कोशिशों के बावजूद छोटी-मोटी आमदनी में भी रूकावटें पैदा होंगी। किसी नये व्यावसायिक अभियान पर जाने के लिए लोगों का विश्वास काम नहीं आएगा। अस्थिरता के माहौल में प्रभावशाली और उपयोगी लोग आपका विश्वास नहीं करेंगे। महीने का दूसरा हिस्सा आर्थिक कामों के लिए सुरक्षित रखना होगा। लिखा-पढ़ी के सभी मामले निपटाने होंगे।







अप्रैलः इस महीने के दौरान फालतू खर्च घटने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। चेहरे पर कांति बढ़ेगी और दुश्मनों के षडयंत्र आपको विचलित नहीं कर सकेंगे। पुराने संपर्क काम आएंगे। जमा पूंजी का निवेश या फिर निवेशित धन की वसूली करना सहज हो जाएगा। किसी प्रकार के विवाद का फैसला भी आपके पक्ष में होगा। महीने का दूसरा हिस्सा शुभ समाचार लेकर आएगा। लेखन में ख्याति मिलेगी।







मईः इस महीने का पहला हिस्सा काफी अनुकूल और तरक्की वाला है। प्रतिस्पर्धा या प्रतियोगिता में विजय मिलेगी। बिजनस में बड़ा फायदा होगा। संग्रह की गई वस्तु का लाभ होगा और घर में बहुमूल्य धातु या गाड़ी आदि का आगमन होगा। महीने के दूसरे हिस्से में सामूहिक सम्मान मिलेगा। आपके कामों की हर ओर प्रशंसा होगी। घर परिवार के किसी सदस्य के विवाह आदि के लिए खर्च की चर्चा होगी।







जूनः इस महीने का पहला हिस्सा धन के कारण परिवार से दूरी बढ़ाएगा। क्लेश हो सकता है। दूसरे लोग आपके हर काम में कमी निकालेंगे। लापरवाही के कारण किसी बहुमूल्य वस्तु का नुकसान होगा। सुनसान और अनजान स्थलों पर भ्रमण करने से अवांछित तत्व परेशान करेंगे। यदि आप किसी अभियान के संचालक हैं तो आपको विरोधियों की प्रतिक्रिया भी झेलनी होगी। महीने के दूसरे हिस्से में मनोबल मजबूत होगा। आर्थिक पक्ष में सुधार के आसार रहेंगे।







जुलाईः इस महीने आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। महीने के पहले हिस्से में बरसते मौसम का असर होगा। बुखार आदि की पीड़ा के कारण दवा-दारू का खर्च बढ़ेगा। बिजनस या नौकरी में सम्मान सुरक्षित रहेगा। फिर भी अकारण चिन्ता बढ़ने से सामने रखा सुख भी फीका लगेगा। दूसरे हिस्से में कुछ दुष्प्रवृत्तियां परेशान कर सकती हैं लेकिन आपके धैर्य और साहस से सभी मुश्किलें दूर हो जाएंगी।







अगस्तः महीने में कुछ हद तक व्यापार में मन्दी का वातावरण आपको प्रभावित करेगा। साझेदारी या मित्रता में धन के कारण विवाद या दरार आ सकती है। अधिक काम के बावजूद लाभ मिलने में दिक्कत आएगी या किए गए प्रयासों के निराशाजनक परिणाम भोगने होंगे। स्वजनों या बन्धु-मित्रों के प्रति किए गए त्याग और खर्च का कोई भी लाभकारी परिणाम नहीं मिल सकेगा। दूसरे हिस्से में चतुर और शठ प्रवृति के लोग आपका आर्थिक शोषण करेंगे।







सितम्बरः इस महीने का पहला हिस्सा आर्थिक मामलों में सुधार तो ले आएगा लेकिन बढ़ते खर्च में कमी करना दूभर हो जायेगा। मान सम्मान में विशेष खर्च होगा। सामाजिक या राजनैतिक जीवन में कुछ गंभीर वित्तीय आरोप भी लग सकते हैं। महीने के दूसरे हिस्से में मुश्किलें घटेंगी। किसी लम्बी यात्रा का आमंत्रण मिलेगा। नये करोबार की चर्चा चलेगी।







अक्टूबरः यह महीना आपकी कार्यसूची में छोटे मोटे आवश्यक मदों से लाभ को लेकर आ रहा है। कामकाज में अनावश्यक उलझनें पैदा हो सकती हैं। कुछ मामलों में व्यर्थ की चिन्ता पैदा होगी। अगर आपके पास नकद धन या साख आदि हो तो चोरी या गुम हो जाने का भय रहेगा। कारोबार या आजीविका में साथी सहयोगियों से अनबन की आशंका रहेगी। पर्याप्त धन जमा रहने के बावजूद खर्च को देखते हुए उसमें कमी नजर आएगी। निवेश या उद्योग धंधों में धन लगाना रिस्की होगा।







नवम्बरः यद्यपि महीने की शुरुआत कुछ तनावपूर्ण वातावरण से होगी , लेकिन जल्दी ही घटनाक्रम में कुछ सुधार होगा। पहले हिस्से में यात्रा और वाहन आदि का सुख प्राप्त होता रहेगा। यदि किसी जटिल काम के लिए आप पर्याप्त पैसा खर्च करें तो सारे कष्ट दूर हो जाएंगे। चतुर व्यवसाय करने वाले महानुभावों को जोखिम या थोड़ी सी कोशिशों से धन प्राप्ति होगी। महीने के दूसरे हिस्से में आपके सगे संबंधी और कुटुम्बजन आपकी प्रशंसा करेंगे।







दिसम्बरः इस महीने का पहला हिस्सा व्यापारिक कामों और गतिविधियों में व्यस्तता बढ़ाएगा। उच्चाधिकारियों और शुभचिन्तक मित्रों से लाभ होगा। आपको कई प्रकार की जिम्मेदारियां निभाने के लिए नए अधिकार मिलेंगे। इस महीने का दूसरा हिस्सा विशेष सुधारपूर्ण होगा। प्रतिभावान लोग इस दौरान अपने कारोबार या व्यवहार से अवसरों का लाभ उठाएंगे और धन, यश, मान के साथ साथ भेंट और उपहार भी प्राप्त करेंगे।
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